आईपीएल 2018 का खिताबी मुकाबला रविवार शाम को मुम्बई के वानखेड़े स्टेडियम में चेन्नई सुपरकिंग्स व सनाइराजर्स हैदराबाद के बीच खेला जाएगा। दोनों ही टीमें अपनी-अपनी विशेषताअाें को लेकर फाइनल में पहुंची है। ऐसे में यह मैच हैदराबाद की गेंदबाजी व चेन्नई की बल्लेबाजी के बीच की जंग के रुप में देखा जाएगा।लगभग दो महीने चला आईपीएल का ये सीज़न बेहद कामयाब सीज़न माना जा रहा है।जिसका फाइनल आज खेला जाना है.

हैदराबाद की ताकत उसकी गेंदबाजी है, जिसने सीजन में छोटे से छोटे लक्ष्य का बचाव किया है।भुवनेश्वर कुमार, राशिद खान, शाकिब अल हसन और सिद्धार्थ कौल से सजी हैदराबाद की गेंदबाजी आक्रामक है।क्वालीफायर में चेन्नई सुपर किंग्स के हाथों हारने के बाद टीम ने दूसरे क्वालीफायर में केकेआर को अपनी गेंदबाज़ी के बूते ही हराया.
टीम की गेंदबाज़ी की सबसे बड़ी ताकत उसके स्टार स्पिनर राशिद खान हैं, जिन्होंने इस सीज़न दूसरे सबसे ज्यादा 21 विकेट चटकाए हैं।लेकिन आज हैदराबाद की टक्कर धोनी, शेन वाटसन, अंबाती रायुडू, सुरेश रैना और डूप्लेसिस जैसे बल्लेबाजों से सजी बैटिंग लाइनअप से है.
हालांकि उसकी बल्लेबाजों ने भी अच्छा काम किया है।बल्लेबाजी में हैदराबाद का दारोमदार कप्तान केन विलियमसन पर टिका है।उनके अलावा शुरुआती मैचों में आउट ऑफ फॉर्म चल रहे शिखर धवन का बल्ला भी रंग में आ गया है।वहीं चोट से वापसी करने वाले रिद्धिमान साहा के आने से टीम को मजबूती मिली है.
चेन्नई की ताकत उसका संतुलित प्रदर्शन है।वह खेल के तीनों क्षेत्रों में मजबूत है।बल्लेबाजी में वाटसन और रायुडू ने उसे मजबूत बनाए रखा है।ये दोनों अमूमन सलामी बल्लेबाजी करने आते हैं, लेकिन पिछले मैच में धोनी ने फाफ डु प्लेसिस को वाटसन के साथ पारी की शुरुआत करने भेजा था जो सफल भी रहे।डु प्लेसिस ने ही अर्धशतकीय पारी खेल हैदराबाद के मुंह से जीत छीनते हुए चेन्नई को जीत दिलाई थी.
मध्यम क्रम में आईपीएल के इतिहास के सबसे सफल बल्लेबाज रैना हैं जो इस सीजन में अच्छी फॉर्म में है।वहीं धोनी का बल्ला भी जमकर बोल रहा है।निचले क्रम में चेन्नई के पास दो हरफनमौला खिलाड़ी हैं ड्वायन ब्रावो और दीपक चहर.