क्या हमारे शहर के मंत्री और सांसद महोदय बालिका गृह कांड पर बिना किसी दबाव के काम करने वाली कर्तव्यनिष्ठ महिला आईपीएस अधिकारी हरप्रीत कौर के तबादले का विरोध कर सकते हैं?

क्या वे इस सम्बन्ध में विधानसभा में सवाल उठायेंगे कि अच्छे कार्य करने वाली एसएसपी का तबादला आखिर क्यों? वो भी उस जगह जहाँ वो पहले योगदान दे चुकी हैं।
क्या हमारे जनप्रतिनिधि, सांसद, विधायक और मंत्री महोदय आमजनों के साथ सड़कों पर उतरेंगे? क्या वे सरकार के इस कदम की निंदा और भर्त्सना करने की हिम्मत करेंगे?