चारा घोटाले के अवैध निकासी के सबसे बड़े मामले में सीबीआई (CBI) की स्पेशल कोर्ट का फैसला आखिरकार आज हीं आ गया। सीबीआई कोर्ट ने लालू प्रसाद यादव समेत इस मामले के 75 आरोपियों को दोषी करार दिया हैं। सीबीआई कोर्ट के न्यायाधीश एसके शशि ने मामले में 6 महिलाओं समेत कुल 24 आरोपियों को सबूत के अभाव में बरी कर दिया हैं । इस मामले में सीबीआई अदालत 18 फरवरी को लालू यादव और अन्य दोषियों को सजा सुनाएगी।
अदालत का फैसला आते ही बाहर मौजूद राजद नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं में मायूसी छा गई। कई राजद नेता और पार्टी कार्यकर्ता तो रोने भी लगे। इस मामले की सुनवाई और फैसला सुनाए जाते समय राजद सुप्रीमो लालू यादव की बड़ी बेटी मीसा भारती उनके साथ मौजूद थी । लालू यादव के साथ इस केस के 98 अन्य दोषियों पर भी फैसला आया हैं । सीबीआई अदालत में जज एसके शशि के फैसले को सुनने के लिए लालू प्रसाद यादव उनके ठीक सामने बैठे हुए थे। अदालत की कार्यवाही शुरू हुई तो सबसे पहले एक-एक कर सभी अभियुक्तों की कोर्ट मे हाजिरी लगाई गई। कोर्ट ने इन सभी को फैसले के वक्त मौजूद रहने का निर्देश दिया था। इस मामले के ज्यादातर आरोपी 75 की उम्र पार कर चुके हैं। इस चारा घोटाला मामले में झारखंड के डोरंडा कोषागार से 139.35 करोड़ की अवैध निकासी को लेकर आज होने वाले फैसले को सुनने के लिए राजद सुप्रीमो लालू यादव रविवार को ही पटना से रांची पहुँच गए थे । रांची पहुंचने पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने एयरपोर्ट पर उनका जोरदार तरीके से स्वागत किया था । लालू को अब तक अरबो रुपयों के चारा घोटाले से जुड़े 5 में से 4 मामलों में दोषी ठहराया जा चुका था। आज पांचवें मामले में फैसला आया।
सुबह से ही स्टेट गेस्ट हाउस पर लगा था कार्यकर्ताओ का जमावड़ा
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव रविवार को ही कोर्ट का फैसला सूनने के लिए रांची पहुंच गए थे। वह रांची के स्टेट गेस्ट हाउस में ठहरे थे जहां मंगलवार की सुबह से ही राजद के तमाम वरिष्ठ नेताओं के साथ साथ कार्यकर्ताओ का जमावड़ा लगा था। लालू यादव की बड़ी बेटी मीसा भारती भी वहीं उनसे मिलने पहुंचीं थीं जो फैसला सुनाए जाने के समय लगातार उनके साथ हीं रहीं।
परिवार और समर्थकों को थी राहत मिलने की उम्मीद
लालू प्रसाद यादव का परिवार और समर्थक लगातार यहीं उम्मीद जता रहे थे कि सीबीआई (CBI) कोर्ट का फैसला उनके पक्ष में हीं आएगा। उनके समर्थकों का कहना था कि लालू यादव की बड़ी उम्र और पूरे केस के दौरान सामने आए तथ्यों के आधार पर कोर्ट उन्हें जरूर राहत देगी। साथ हीं उनके वकीलों का भी कहना था कि वह लंबे समय से बीमार हैं।और इसके अलावा उन्होंने कभी भी किसी न्यायालय के आदेशों या कानूनी प्रक्रिया का उल्लंघन नहीं किया हैं । उम्र, स्वास्थ्य के साथ अन्य पहलुओं को ध्यान में रखते हुए भरोसा है कि सीबीआई कोर्ट राजद सुप्रीमो लालू यादव को राहत देगी।