छठ के दौरान घाटों पर किसी अप्रिय घटना नहीं हो इसके लिए पर्व के दौरान नावों के परिचालन पर रोक रहेगी। वहीं घाटों पर गोताखोरों की तैनाती रहेगी। डीएम मो. सोहैल ने इस संबंध में कई निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने सभी घाटों के बैरिकेडिंग करने को कहा है। ग्रामीण क्षेत्र में संबंधित सीओ व निगम क्षेत्र में नगर आयुक्त को बैरिकेडिंग की जिम्मेदारी दी गई है।

खतरनाक घाटों की पहचान
सभी सीओ को खतरनाक घाटों की पहचान का निर्देश दिया गया है। डीएम ने कहा कि जहां पानी अधिक है वैसे घाटों को खतरनाक घोषित करने का प्रस्ताव एसडीओ को छह नवंबर तक उपलब्ध करा दें। एसडीओ की ओर से आपदा प्रबंधन विभाग को इन घाटों की सूची भेजी जाएगी। पानी में जहां से गहराई अधिक होगी उन जगहों की बैरिकेडिंग को कहा गया। इन घाटों पर नागरिक सुरक्षा के स्वयंसेवकों की तैनाती को कहा गया है। रेडक्रॉस के सचिव को घाटों पर स्वयंसेवकों की तैनाती का निर्देश दिया गया है। इसमें अधिक भीड़ वाले घाटों पर अधिक स्वयंसेवकों की तैनाती होगी। इसके अलावा सभी घाटों पर मेडिकल टीम एंबुलेंस के साथ तैनात रहेगी। घाटों पर रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था का भी निर्देश दिया गया है। घाटों की सफाई को लेकर भी सीओ व नगर आयुक्त को निर्देश दिया गया।