दुर्गापूजा, दीपावली, छठ को लेकर ट्रेनों से आने वाले यात्रियों की भीड़ बढ़ी है। दिल्ली, मुंबई, कोलकाता आदि शहरों से आने वाले रेल यात्री नामीगिरामी ट्रेनों में ही जगह तलाश रहे हैैं। इससे उन ट्रेनों में भीड़ के साथ वेट‍िंग भी अधिक है। वहीं कुछ पूजा स्पेशल ट्रेनें जिनका रेलवे प्रचार-प्रसार नहीं कर रहा उनमें काफी सीटें खाली हैैं। दिल्ली आदि शहरों के लिए जाने वाली ट्रेनों में काफी सीटें खाली जा रही हैैं। 02504 नई दिल्ली स्पेशल ट्रेन के एसी फस्र्ट में रिग्रेट लगा है। 02566 दिल्ली-दरभंगा बिहार संपर्क क्रांति सुपरफास्ट एक्सप्रेस, 02562 स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस के डी-2, एसी-1, एसी-2, एसी-3 की सभी सीटें नवंबर के दूसरे सप्ताह तक फुल हैं।

दिल्ली से आने वाली इन ट्रेनों में सीटें उपलब्ध

02570 नई दिल्ली-दरभंगा स्पेशल के एसी-3 में बुधवार को 332 सीटें उपलब्ध हैं। वहीं, स्लीपर में 78 वेट‍िंंग चल रही है। 02564 नई दिल्ली-सहरसा स्पेशल ट्रेन के एसी-3 में 419 सीटें उपलब्ध हैैं। वहीं, स्लीपर में 82 वेङ्क्षटग है। 04006 आनंद विहार-सीतामढ़ी दिल्ली स्पेशल ट्रेन के एसी-2 में 305 सीटें खाली हैं। वहीं स्लीपर में 106 वेट‍िंग चल रही। 04018 आनंद विहार-रक्सौल ट्रेन के एसी-3 में 254 व एसी-2 में 55 सीटें उपलब्ध हैं। वहीं मुजफ्फरपुर से दिल्ली जाने के लिए मुजफ्फरपुर-आनंद विहार दिल्ली स्पेशल ट्रेन के स्लीपर में 376 व डी-2 में 735 सीटें खाली हैं। रक्सौल-आनंद विहार दिल्ली में सभी श्रेणियों में सीटें खाली हंै। एसी-1 में 15, एसी-2 में 28, एसी-3 में 203, स्लीपर में आरएससी 98 व डी-2 में 91 सीटें उपलब्ध हैैं।

पर्व स्पेशल ट्रेनों का नहीं हुआ परिचालन घर लौटने वालों में निराशा

नरकटियागंज: रेल प्रशासन द्वारा दशहरा, दिवाली और छठ के लिए अब तक कोई स्पेशल ट्रेन नहीं चलाई गई। पहले से निर्धारित ट्रेनों में भी कुछ ट्रेनों के नंबर बदलकर कोरोना स्पेशल ट्रेन के रूप में चलाई जा रही। ऐसे में इन महत्वपूर्ण पर्व त्योहारों के अवसर पर घर लौटने वाले लोगों को टिकट की भी समस्या सता रही है। काफी समय पूर्व आरक्षित करा चुके यात्री हीं इक्का-दुक्का लौट रहे हैं। यात्रियों का कहना है कि रेलवे आरएसी तथा वेङ्क्षटग टिकट तो देती है। लेकिन कंफर्म नहीं होने के बाद उस वेङ्क्षटग टिकट को कैंसिल कर देती है। बांद्रा, सप्तक्रांति, सत्याग्रह ,पोरबंदर जैसे दूरगामी ट्रेनों में आरक्षित टिकट के बगैर उनकी यात्रा संभव नहीं।

Source: Dainik Jagran

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