Bihar : वीआईपी के तीनों विधायको के भाजपा मे शामिल होने के बाद मुकेश सहनी पहली बार मीडिया के सामने आए हैं। उन्होने गुरुवार को एक प्रेस कांफ्रेस करते हुए भाजपा पर हमला बोला। और कहा कि मैं सन ऑफ मल्लाह हूँ मैं उनका बेटा हूं मैं उनके अधिकार के लिए लड़ाई लड़ता रहूंगा। मेरी कोई गलती नहीं हैं, अपने समाज के लिए आरक्षण मांगा हैं। देश मे सभी जगह आरक्षण मिला हैं लेकिन बिहार में नहीं मिला।
फुटपाथ पर भी सोया हूँ
सहनी ने अपने संघर्षों को याद करते हुए कहा कि ‘मैंने ₹30 प्रतिदिन पर मजदूरी की है। रात मे मुंबई की सड़कों पर फुटपाथ पर भी सोया हूँ। मेरे लगातार विकास करने से उनलोगों को समस्या हो रही थी। नित्यानंद राय, मंगल पांडे को सब कुछ पता था कि मेरे साथ क्या क्या हो रहा हैं। जो विधायक छोड़कर गए हैं उनको शुभकामनाएं और बीजेपी को भी बधाई देता हूँ। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने बहुत झूठ बोला हैं, जो डीलिंग हुई थी। वह मेरे गृह मंत्री अमित शाह जी के बीच हुई थी। संजय जयसवाल कमरे के बाहर भी नहीं हुये खड़े थे।
सीएम के भी छः विधायकों तोड़ा गया था
सीएम नीतीश कुमार का जिक्र करते हुए सहनी ने कहा कि मैं इस्तीफा नहीं दूंगा। सीएम नीतीश का एकाधिकार हैं किस को मंत्रिमंडल में रखना हैं और किसको नहीं रखना हैं। यह कोई बड़ी बात नहीं हैं। यह सामान्य हैं । यहाँ हर पिछड़ा के साथ ऐसा हीं किया जाता है। हाल हीं मे अरुणाचल प्रदेश में नीतीश कुमार के साथ भी भाजपा ने ऐसा ही किया था। उनके 6 विधायकों को तोड़ लिया था। 2020 में जब नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार में शामिल हुए तो लोगों को यह पच नहीं पाया। मुझे तो पता हीं था कि यह सब एक दिन होगा।
विधायकों को छीनकर बिहार मे सबसे बड़ी पार्टी बनी हैं बीजेपी
बोचहा विधानसभा का जिक्र करते हुए सहनी ने कहा कि, वहाँ वीआईपी का अधिकार हैं। जब तक शरीर मे सांस रहेगी तब तक मै झुकूंगा नही। बोचहा में अपनी पूरी ताकत लगाकर जीतेंगे। कुछ लोग चाहते हैं कि मैं कहूं उठे और बैठने को कहे तो बैठे। लेकिन ऐसा नहीं हो सकता। दूसरे की पार्टी के विधायकों को छीनकर बिहार मे सबसे बड़ी पार्टी बनी हैं बीजेपी ।
वीआईपी के तीनों विधायकों ने छोड़ा साथ
ज्ञात हो की बुधवार को मुकेश सहनी की पार्टी के तीनों विधायकों ने अपना पाला बदल लिया हैं। सहनी की पार्टी वीआईपी के बिहार में तीन विधायक थे। और तीनों विधायकों ने पत्र लिख कर कहा कि सहनी की पार्टी ‘विकासशील इंसान पार्टी’ से अपना नाता तोड़ रहे हैं। आपको बता दे की दल-बदल कानून के तहत किसी पार्टी के दो-तिहाई विधायक पाला बदल सकते हैं। किन्तु सहनी की पार्टी के तो सारे हीं विधायकों ने एक साथ पाला बदल लिया। तीनों विधायक ने वीआईपी विधायक दल का भाजपा में विलय कर दिया हैं। और विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने उनके भाजपा में विलय की मंजूरी भी दे दी हैं।