मुजफ्फरपुर महापाप मामले में एक ओर जहां ब्रजेश ठाकुर को पटियाला जेल में शिफ्ट किये जाने को लेकर उसे आम्रपाली एक्सप्रेस से रवाना कर दिया गया है. वहीं दूसरी ओर प्रशासन ने उसकी चल-अचल संपत्ति को अपने कब्जा में लेने के लिए कार्रवाई तेज कर दी है. इसी के तहत मुजफ्फरपुर प्रशासन ने ब्रजेश की पत्नी समेत उससे जुड़े सभी एनजीओ मेंबर के घरों पर नोटिस चिपकाया गया है.

जानकारी के अनुसार ब्रजेश ठाकुर से जुड़े एनजीओ सेवा संकल्प एवं विकास समिति के सदस्य समेत उसकी पत्नी प्रो डॉ आशा भी प्रशसन के निशाने पर है. ऐसे में डीएम मो सोहैल के आदेश पर सेवा संकल्प एवं विकास समिति के सदस्यों की चल-अचल संपत्ति को सरकारी कब्जे में लेने की कार्रवाई शुरू कर दी गयी है.
मुजफ्फरपुर से आ रही खबर के अनुसार मुजफ्फरपुर के मुशहरी अंचलाधिकारी ने बालिका कांड के आरोपी ब्रजेश ठाकुर की पत्नी प्रो डॉ आशा के साहू रोड स्थित आवास पर नोटिस चिपकाया गया. इसके अलावा एनजीओ के सभी छह सदस्यों के मकानों पर भी नोटिस चिपका गया है.
जिला प्रशासन ने चिपकाए गए नोटिस के माध्यम से पूछा है कि क्यों नहीं आपकी संपत्ति को सरकार अपने अधीन ले ले. इतना ही नहीं, ब्रजेश की पत्नी व एनजीओ सदस्यों से चल व अचल संपत्ति का डिटेल्स भी मांगा है. जवाब देने के लिए एक सप्ताह की मोहलत दी गयी है.
जानकारी के अनुसार नोटिस में यह भी कहा गया है कि जिला प्रशासन के संज्ञान के अलावा यदि दूसरी जगह आप लोगों की कोई संपत्ति हो तो उसके बारे में भी प्रशासन को जानकारी दें. एक सप्ताह के भीतर संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर चल व अचल संपत्ति को जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी.

बहरहाल, मुजफ्फरपुर मामले में सीबीआई की जांच चल रही है, जबकि सुप्रीम कोर्ट इसकी मॉनिटरिंग खुद कर रहा है. वहीं प्रवर्त्तन निदेशालय ने अलग से एक मामला दर्ज कर रखा है. उधर ब्रजेश ठाकुर शुक्रवार की देर शाम पटियाला जेल में शिफ्ट हो जाएंगे. उसे भी सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर ही भागलपुर जेल से पटियाला जेल शिफ्ट किया जा रहा है.
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