बिहार की राजनीतिक गलियारों से बड़ी खबर आ रही है. जानकारी के अनुसार बिहार सरकार में मंत्री रही मंजू वर्मा को जदयू ने अपनी पार्टी से निलंबित कर दिया है. आपको बता दे कि पूर्व मंत्री मंजू वर्मा आर्म्स एक्ट के मामले में फरार चल रही है. आपको बता दे कि अभी तक मंजू वर्मा पर जदयू की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हुई थी. लेकिन सुप्रीम कोर्ट की ओर से सीधे बिहार सरकार को फटकार लगने के बाद से बिहार की सत्ताधारी पार्टी इस मामले में अपनी बदनामी देख रही थी. ऐसे में जदयू ने बड़ी कार्रवाई की है.

बिहार प्रदेश अध्यक्ष ने की है निलंबन की घोषणा
बतादें कि आर्म्स एक्ट मामले में जदयू ने अभी तक मंजू वर्मा पर पार्टी के लेवल पर कोई कार्रवाई नहीं की गई थी. लेकिन अब जदयू ने इस पूरे मामले में छीछालेदर होने के बाद पार्टी ने यह बड़ी कार्रवाई की है. बता दे कि अभी तक ऐसी बातें सामने आ रही थी कि जदयू की ओर से मंजू वर्मा को एक बैक सपोर्ट मिल रहा है. लेकिन पार्टी ने आज के अपने स्टैण्ड से इस बात को साफ कर दिया है कि वो मंजू वर्मा को किसी भी सूरत में सपोर्ट नहीं करेगी. मंजू वर्मा को पार्टी से निलंबित करने की घोषना बिहार जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नरायण सिंह ने की है.
बता दे कि इस पूरे मामले में सुप्रीम कोर्ट बिहार सरकार से लेकर बिहार की पुलिस तक को जोर का फटकार लगा चुकी है. मंजू वर्मा की गिरफ्तारी नहीं होने को लेकर कोर्ट ने सरकार को फटकार लगाते हुए कहा था कि बिहार में कुछ भी ठीक नहीं है. सुप्रीम कोर्ट ने बिहार पुलिस को इस मामले में 27 नवंबर तक मंजू वर्मा को गिरफ्तार करने को कहा है. कोर्ट ने इस मामले में 27 तारीख को ही बिहार के डीजीपी को भी सशरीर कोर्ट में हाजिर होने को कहा है.
पति पहले हीं कर चुके है सरेंडर
बताते चले कि वहीं पुलिस ने भी अपनी ओर से कार्रवाई तेज कर दी है. पुलिस ने मंजू वर्मा की कुर्की के लिए इश्तेहार दे दिया है. ऐसे में अगर वे सरेंडर नहीं करती हैं तो पुलिस उनके सम्पति की कुर्की जब्ती कर सकती है. वही अब पार्टी की ओर से सपेर्ट नही होने के बाद मंजू वर्मा के पास भी अब सरेंडर करने के अलावा कोई चारा नहीं बचा है.
मुजफ्फरपुर महापाप मामले में पुलिस ने मंजू वर्मा के घर पर छापा मारा था.उसी दौरान उनके घर से कारतूस मिले थे. इस मामले में मंजू वर्मा के पति चंद्रशेखर वर्मा पहले ही कोर्ट में सरेंडर कर दिया है.
Input :Live Cities