गांवों में सोलर स्ट्रीट लगाने का कार्य 15 दिसंबर के बाद से शुरू कर दिया जाएगा। इसको लेकर पंचायती राज विभाग द्वारा सर्वे कराया जा रहा है, जिसे नवंबर तक पूरा कर लिया जाएगा। वहीं लाइट लगाने के लिए एजेंसी के चयन का कार्य बिहार रिन्यूअबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (ब्रेडा) के स्तर पर किया जा रहा है।

इस योजना के तहत गांवों के हर वार्ड में औसतन दस-दस एलईडी बल्ब लगाने हैं। इसके तहत यह भी निर्णय लिया गया है कि वार्ड में दस के अलावा आवश्यकतानुसार ग्राम पंचायतों में स्थापित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, खेल के मैदान आदि जगहों पर भी बल्ब लगाए जाएंगे। साथ ही गांव का वह बड़ा खाली हिस्सा, जहां से लोग आते-जाते हैं, वहां भी बल्ब लगाए जाएंगे, ताकि रोशनी रहे।

इसके लिए अतिरिक्त दस प्रतिशत बल्ब लगाने की अनुमति पंचायतों को रहेगी। सर्वे के दौरान बिजली के पोल चिह्नित किये गये हैं। करीब 15 लाख पोल चिह्नित किये जाने हैं, जिसमें यह बल्ब लगाये जाने हैं। शहरों की तर्ज पर गांवों को भी रोशन रखने कि लिए यह निर्णय लिया गया है, जिसकी स्वीकृति कैबिनेट ने दे दी है।

जिस एजेंसी को भी वार्डों में सोलर स्ट्रीट लगाने की जिम्मेदारी दी जाएगी, उन्हीं को इसका पांच वर्षों तक रख-रखाव भी करना है। मुख्यमंत्री के सात निश्चय पार्ट-2 में भी इस योजना को रखा गया है। विभागीय पदाधिकारी बताते हैं कि पंचायत चुनाव को लेकर अभी आदर्श आचार संहिता लागू रहने से यह काम शुरू नहीं किया जा रहा है। पर, इसके लिए सभी आ‌वश्यक तैयारी की जा रही है। आचार संहिता की समाप्ति के तुरंत बार कार्य शुरू कर दिया जाएगा।

Source: Live Hindustan

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