सहारा इंडिया में अपनी मेहनत की कमाई जमा करने वालों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। निवेशकों ने अपने रुपयों को अधिक ब्याज पर जल्दी दोगुना करने के मकसद से सहारा इंडिया में जमा कराए। अब परिपक्वता अवधि पूरी होने के बाद कंपनी निवेशकों को उनका पैसा लौटाने में विफल हो रही है। ऐसे में पटना के निवेशकों ने सहारा इंडिया प्रमुख सहित अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है।

पटना के फुलवारीशरीफ थाने में मामला दर्ज
30 करोड़ रुपये से अधिक की जमा राशि नहीं मिलने से परेशान सहारा इंडिया के ग्राहकों ने फुलवारीशरीफ थाना में कंपनी के विरुद्ध प्राथमिकी की है। बड़ी संख्या में थाना पहुंच सहारा इंडिया के ग्राहक व अभिकर्ताओं ने कंपनी के प्रमुख सुब्रत राय, विपुल कुमार, केसरी किशोर एवं कविंद्र कुमार के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। थानाध्यक्ष ने बताया कि जमाकर्ताओं के साथ अभिकर्ता भी थाना पहुंचे थे।
कंपनी बंद रही है अपने कार्यालय
ग्राहक मणिकांत ने बताया कि फुलवारीशरीफ के एजेंटों ने 50 करोड़ से अधिक की धनराशि सहारा इंडिया में जमा कराई है। कई ग्राहकों को राशि जमा किए पांच से 10 साल हो गए, लेकिन सहारा इंडिया अवधि पूरी होने के बाद भी रुपये नहीं लौटा रही है। कंपनी अपना कार्यालय बंद करती जा रही है।
मूलधन भी लौटाने को तैयार नहीं है कंपनी
पटना स्थित कार्यालय के वरीय पदाधिकारी न मिलते हैं और न ही रुपये लौटने के संबंध में कोई बात करते हैं। डाक्टर अजय कुमार अग्रवाल की पत्नी नीलम अग्रवाल ने बताया कि उनके करीब तीस लाख रुपये अभी सहारा में जमा हैं और सभी की जमा अवधि पूरी हो गई, लेकिन मूलधन भी नहीं लौटाए जा रहे।
सहारा इंडिया के खिलाफ मुकदमों की बाढ़
सहारा इंडिया के खिलाफ बिहार के थानों और न्यायालयों में काफी मुकदमे लंबित हैं। परेशानी है कि इन मामलों का कोई हल नहीं निकल रहा है। पिछले दिनों पटना उच्च न्यायालय ने भी इन मामलों की सुनवाई की। सेबी और सहारा इंडिया के प्रतिनिधि को तलब किया, लेकिन इससे निवेशकों को कोई राहत नहीं मिल सकी।
Source : Dainik Jagran