कदमकुआं थाना क्षेत्र में बीते शनिवार की सुबह एक जिम ट्रेनर को अपराधियों ने गोली मार दी थी. इस मामले में पुलिसिया कार्रवाई को लेकर विपक्ष सवाल उठाने लगा है. दरअसल मामले में आरोपित किए गए डॉक्टर राजीव कुमार सिंह जेडीयू के चिकित्‍सा प्रकोष्‍ठ के उपाध्‍यक्ष थे. हालांकि मामला सामने आने के बाद पार्टी ने उन्‍हें पद से हटा दिया. वहीं नामजद आरोपी होने के बाद भी पुलिस ने डॉक्टर दंपति को छोड़ दिया जिसपर आरजेडी सरकार पर हमलावर है.

आरजेडी के प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि नीतीश कुमार गैरों को फंसाते हैं और अपनों को बचाते हैं. उन्होंने कहा कि जिस डॉक्टर दंपति पर आरोप लगा, फोन कॉल से पता चल गया कि 30 से 40 मिनट तक की बात होती थी. धमकी तक दी गई और सब सामने आ गया उसके बाद भी आरोपियों को छोड़ दिया गया. इस मामले में पुलिस को जो कार्रवाई करनी चाहिए उससे हटकर किया गया है.

प्रवक्ता शक्ति सिंह ने कहा कि हमारे प्रवक्ता बोलते हैं तो यह सरकार फंसा देता है. इस दौरान उन्होंने बंटू सिंह का नाम लिया. कहा कि जो भी इनके (सरकार) खिलाफ बोलेगा उसपर कार्रवाई हो जाती है और जब इनके ऊपर मामला आता है तो कानून मर जाता है. कहा कि पुलिस दो तरीके का काम कैसे कर सकती है.

ये है पूरा मामला

बता दें कि घटना कदमकुआं थाना इलाके की है, जहां बदमाशों ने जिम में ट्रेनिंग देने वाले युवक विक्रम सिंह राजपूत को गोली मार दी थी. कदमकुआं इलाके के लोहा सिंह गली के पास इस घटना को अंजाम दिया गया था. युवक घर से जिम जा रहा था. उसी दौरान बदमाशों ने ताबड़तोड़ उसपर फायरिंग कर दी. इस मामले में फिजियोथेरेपिस्ट डॉक्टर राजीव सिंह और उनकी पत्नी खुशबू सिंह को आरोपित किया गया है. वहीं, अज्ञात लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है. जिम ट्रेनर के बयान पर कदमकुआं थाने में केस दर्ज हुआ है. इस मामले में दंपति को पुलिस ने पूछताछ के बाद छोड़ दिया जबिक दोनों नामजद आरोपी हैं. इसी को लेकर विपक्ष पुलिसिया कार्यशैली पर सवाल उठा रहा है.

Source: Abp News

हेलो! मुजफ्फरपुर नाउ के साथ यूट्यूब पर जुड़े, कोई टैक्स नहीं चुकाना पड़ेगा 😊 लिंक 👏

Previous articleबिहार: ऑक्सीजन लेवल गिरने से 2 मरीजों की मौत, चिकित्सकों ने कहा- कोरोना के जैसे लक्षण थे
Next articleमुजफ्फरपुर : सदर अस्पताल में लाखों रुपये के पेसेंट बेड का गुटखा थूकने में हो रहा प्रयोग