राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव बुधवार को राष्ट्रीय जनता दल के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए नामांकन किया। नामांकन के बाद लालू यादव ने देश विरोधी व गैर-कानूनी गतिविधियों में संलिप्त पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) पर केंद्र सरकार द्वारा पांच साल के लिए बैन करने पर आरएसएस और मोदी सरकार पर निशाना साधा हैं।

आरएसएस पर बैन लगे

लालू यादव ने पत्रकारों से बातचीत करते हुये कहा की, “पीएफआई का जांच हो रही हैं और इसके साथ ही इस तरह जितने भी संगठन हैं उन सब पर प्रतिबंध लगाइए. आरएसएस पर भी बैन लगाया जाए. ताकि एकरूपता लगे. ऐसा नहीं दिखे कि मुस्लिम संगठनों को खासकर निशाना बनाया जा रहा हैं। आरएसएस को पहले भी बैन किया गया था और इस तरह के जितने भी संगठन हैं सबको एक साथ बैन करिए और जांच करिए. कुछ मिले तो कार्रवाई करिए। साथ हीं उन्होंने कहा की मैंने पहले भी बोला था कि देश रहेगा या टूटेगा आरएसएस एक बेकार संस्था हैं। यह दंगे फसाद कराती हैं।”

तेजस्वी टाइम पर बनेंगे सीएम

जब लालू यादव से तेजस्वी यादव को सीएम बनाने को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा की ‘सब टाइम पर होगा। इंतजार करिए। मैं बिल्कुल चाहता हूं कि तेजस्वी राज्य का सीएम बने।” वहीं लालू यादव ने भाजपा पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा की सभी विपक्षी दलों को साथ लाना हैं और बीजेपी को उखाड़ फेकना हैं। सोनिया गांधी से मेरी और नीतीश कुमार की मुलकात और बातचीत हुई हैं। उनके संगठन का चुनाव हो जायेगा तो हम फिर से बात करेंगे. देश मे विपक्ष को एक करना हैं।

इससे पहले लालू प्रसाद यादव ने दोपहर करीब 12 बजे 13 VP House स्थित पार्टी ऑफिस में राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए अपना नामांकन दाखिल किया। उनके नामांकन के दौरान उनकी बड़ी बेटी व मीसा भारती, बिहार राजद के अध्यक्ष जगदानंद सिंह, और आरजेडी के वरिष्ठ नेता श्याम रजक इस कार्यक्रम में मौजूद रहें।

सुशील मोदी ने किया पलटवार 

लालू यादव के बयान के बाद सुशील मोदी ने लालू पर पलटवार करते हुये निशाना साधा हैं। उन्होने कहा की, ‘हिम्मत है लालूजी तो बिहार में RSS पर प्रतिबंध लगा दीजिए ?आपकी सरकार है ।RSS से वैचारिक मतभेद हो सकता है ,परंतु उसकी देशभक्ति पर किसी को संदेह नहीं है!’

केंद्र सरकार ने पीएफआई और उससे जुड़े आठ संगठनों को बैन किया

बता दें कि एनआईए और ईडी ने पीएफआई पर बड़ी कार्रवाई करते हुए दो चरणों में छापा मारा था। पहले राउंड में 16 राज्यों में छापा पड़ा। इसके बाद 106 लोग गिरफ्तार किए गए। दोबारा मंगलवार को एनआईए ने 8 राज्यों में छापेमारी की। एजेंसी को कई ऐसी सामग्रियां मिली हैं जो संगठन के आतंकी लिंक की पुष्टि करती हैं। वहीं पिछले कई साल से पीएफआई एजेंसियों के रडार पर था। बुधवार को बड़ा फैसला करते हुए केंद्र सरकार ने पीएफआई और उससे जुड़े आठ संगठनों को बैन कर दिया।

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