संयोग है या घपला, यह तो जांच के बाद साफ होगा मगर फिलहाल नगर निगम में एक दिलचस्प मामला सामने आया है। नौकरी स्थाई करते समय 26 कुलियों का जन्मदिन एक ही तारीख 22 अगस्त 1958 कर दिया गया। निरक्षर होने और उम्र का कोई प्रमाण पत्र नहीं होने के कारण यह सब उनका मेडिकल कराने के बाद किया गया। महज ढाई साल की नौकरी के बाद इसी वर्ष 31 अगस्त एक साथ 26 कुली रिटायर्ड हो जाएंगे। इसका खुलासा तब हुआ जब इस साल होने वाली सेवानिवृत्ति की सूची जारी हुई है। अब कोई अपनी उम्र चालीस तो कोई पचास बताते हुए निगम की इस गड़बड़ी के खिलाफ कोर्ट जाने की तैयारी में है।
सोमवार को जब उनलोगों को पता चला कि वे लोग इसी साल रिटायर्ड कर जाएंगे तो निगम में हड़कंप मच गया। फरवरी 2016 में तत्कालीन नगर आयुक्त रमेश प्रसाद रंजन ने नगर निगम के 73 अस्थायी कर्मचारियों की सेवा को स्थायी कर दी थी। इनमें 26 सफाई कुली थे। ये सभी निरक्षर हैं और इनकी उम्र का कोई प्रमाण सेवा रिकार्ड में नहीं है। मेडिकल के आधार पर उनका उम्र का निर्धारण किया गया था। उसके आधार पर उन लोगों की सेवानिवृत्ति की तैयारी शुरू कर दी गई है। कुलियों का कहना है कि अभिलेख में दर्ज उम्र गलत है। अपने मन से चढ़ा दिया गया है। सबकी सेवानिवृत्ति की तारीख 31 अगस्त 2018 ही है। सबका एक कैसे हो सकता है? उनकी वास्तविक उम्र का सत्यापन कराया जाये। अगर जबरन उन्हें रिटायर्ड किया गया तो वे कोर्ट का दरवाजा खटखटायेगें।
पूरे मामले की जानकारी देते हुए नगर निगम कामगार यूनियन के संयोजक रमेश ओझा ने कहा कि इस गड़बड़ी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस संबंध में डिप्टी मेयर मानमर्दन शुक्ला ने बताया कि उन्होंने नगर आयुक्त से पूरी जानकारी मांगी है। कर्मचारियों के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। इस संबंध में नगर आयुक्त संजय दूबे ने कहा कि यह जांच का मामला है। पूरे मामले को फिर से मेडिकल बोर्ड में भेजा जाएगा।
इनकी एक ही जन्मतिथि है:
लालो देवी, लक्षमिनया देवी, भूषण साह, शंभू राम, उपेंद्र साह, मो. मुस्कीम, शिव प्रसाद साह, विजय साह, स्टीफन मसीह, बिगन महतो, नंदू राम, जानकी देवी, शोभा देवी, रेखा देवी, प्रेम राम, शकंुतला देवीनिर्मला देवी, शकुंतला देवी, एल्वीन मसीह, मुन्नी देवी, प्रेम कुमारी नन्हकी मियां, सुनिता देवी, रंजीत राम, किरण देवी एवं अजय मसीह। (इनकी उम्र 22.8.1958 है)
Input : Hindustan
