प्रतिबंधित मांस के कारोबारी दिल्ली के अंकित कपूर को इंदिरा गांधी एयरपोर्ट के इमिग्रेशन काउंटर पर चेकिंग के दौरान मंगलवार को गिरफ्तार किया गया। उसे एयरपोर्ट पर तैनात सीआईएसएफ ने लुकआउट नोटिस के आधार पर दबोचा। पूछताछ के बाद उसे दिल्ली पुलिस के हवाले कर दिया। इधर, एसएसपी हरप्रीत कौर के निर्देश पर सिटी एसपी उपेंद्रनाथ वर्मा ने केस के आईओ व अन्य को अंकित को मुजफ्फरपुर लाने के लिए दिल्ली भेज दिया है। मुजफ्फरपुर आने के बाद उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।
मालूम हो कि कारोबारी अंकित कपूर और डॉ. परवेज अख्तर ने बेला में प्रतिबंधित मांस के कारोबार के मामले में हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत ली थी। हाईकोर्ट से मिली जमानत के बाद निचली अदालत से स्थाई जमानत लेना होता है, लेकिन आरोपितों ने ऐसा नहीं किया है। इससे लुकआउट नोटिस रद नहीं हो सकी।
दिल्ली में हुई थी छापेमारी :
कारोबारी अंकित कपूर की गिरफ्तारी को लेकर बेला और दिल्ली पुलिस ने दिल्ली में अंकित के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस दौरान उसके कार्यालय के स्टाफ व होटलकर्मियों से पूछताछ की थी। लेकिन, उसका सुराग नहीं मिला था। पुलिस को आशंका थी कि वह गिरफ्तारी से बचने के लिए विदेश भाग सकता था। इसके बाद पुलिस ने लुकआउट नोटिस जारी किया गया था।
फैक्ट्री से मिले थे रैपर व कार्टन :
छापेमारी के दौरान अल्फा लेदर परिसर से पुलिस ने रैपर और कार्टन बरामद किए थे। अंकित कपूर उत्तरप्रदेश, कोलकाता व मुम्बई के अलावा विदेश तक माल खपता था। वह बड़े पैमाने पर अरब, ओमान, कुवैत समेत अन्य खाड़ी देशों में विभिन्न ब्रांडों के नाम पर मांस की सप्लाई करता है। इसके बाद पुलिस ने उसके विदेश भागने की आशंका पर लुक आउट नोटिस की मंजूरी कोर्ट से ली थी।
क्या मामला था :
बेला औद्योगिक फेज टू स्थित अल्फा लेदर से 29 जनवरी को करीब 500 टन प्रतिबंधित मवेशियों के मांस मिले थे। फैक्ट्री के मालिक डॉ. परवेज अख्तर व कारोबारी सहयोगी अंकित कपूर समेत 40 लोगों के खिलाफ बेला थाने के तत्कालीन प्रभारी केएन मांझी के बयान पर एफआईआर दर्ज की गई थी।
Input : Live Hindustan