बैंक प्रबंधन लाख दावा पेश करे, लेकिन करेंसी नोटों की कमी के कारण पिछले करीब एक माह से एटीएम में कैश की किल्लत है. रुपये निकालने के लिए लोगों को पांच-पांच किमी के चक्कर काटने पड़ रहे है. चार-पांच एटीएम घूमने के बाद लोग कैश निकाल पा रहे है. सोमवार को भी खादी भंडार के पास स्थित आधा दर्जन एटीएम में एक में भी पैसा नहीं था. कई लोगों ने कैश निकालने के लिए बैंक चले गये.

आरबीआइ से बैंकों को करेंसी नहीं मिलने के कारण अब संकट नोटबंदी के दौरान की हो चुकी है. जिन शाखाओं में निकासी व जमा का अनुपात करीब बराबर है,वहां तो काम चल जा रहा है. लेकिन कई शाखाओं की स्थिति अधिक खराब है, विशेषकर के ग्रामीण इलाकों में स्थित बैंक शाखाओं की. अभी नोटबंदी के दौरान के हालात हो चुके है.

एक बैंकर ने नाम नहीं बताने की शर्त पर बताया कि करीब एक माह से कैश के संकट की स्थिति है.  डिमांड 60 करोड़ है वहां मुश्किल से 5 से 7 करोड़ रुपये किसी एक बैंक को मिलते है और उसमें से सभी बैंकों को थोड़ा-थोड़ा कैश मुहैया कराया जाता है. सेंट्रल बैंक के एसआरएम एके मिश्रा ने बताया कि आरबीआइ को पत्र लिखा गया है. कैश की कमी है, ऐसे में जो थोड़ा बहुत कैश मैनेज होता है तो पहले उसे शाखाओं में भेजा जाता है, उसके बाद थोड़ा बहुत एटीएम डाला जाता है.

Input : Prabhat Khabar

 

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