कोठियां स्थित हजरत इस्माइल शाह वारसी का 50वां सालाना उर्स रविवार से शुरू हो गया। उर्स में शामिल होने व दाता के मजार पर चादरपोशी के लिए अकीदतमंदों को भारी भीड़ उमड़ रही है।
देश-विदेश से आए हजारों अकीदतमंदों ने मजार शरीफ पर गुलपोशी व चादरपोशी की। कुरानख्वानी व फतेहाख्वानी भी हुई। साथ ही अमन व तरक्की की दुआएं मांगी गई। उर्स को लेकर मजार शरीफ की भव्य सजावट की गई है। पूरे मजार परिसर को रंगीन झालर, बल्बों से सजावट देखते ही बन रही है। एनएच 28 से मजार शरीफ तक दुकानें सज गईं हैं। मजार परिसर देश के कोने कोने से आये अकीदतमंदों से पट गया है। मजार शरीफ के गद्दीनशी मोहम्मद हुसैन वारसी ने बताया कि दाता के मजार पर मांगी गई हरेक दुआ कबूल होती है। सोमवार की शाम मजार परिसर में सूफी मुशायरा होगा, जिसमें नामचीन शायर व उलेमा शिरकत करेंगे। दोपहर में कांटी पुराना चौक से गाजे बाजे के बीच चादर जुलूस निकलेगा। इस जुलूस में साम्प्रदायिक सदभाव की अनूठी मिसाल देखने को मिलती है। बीडीओ शम्स तबरेज आलम ने बताया कि उर्स को लेकर प्रशासनिक तैयारी भी की गई है।
Input : Live Hindustan

