नियोजित शिक्षकों के बकाए वेतन को लेकर शिक्षा विभाग ने गंभीरता दिखाई है। शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा ने कहा कि नियोजित शिक्षकों के बकाए वेतन का भुगतान अगले महीने ईद से पहले कर दिया जाएगा। बता दें कि राज्य के नियोजित शिक्षकों का वेतन विगत फरवरी माह से बकाया है।

ऐसे में सबसे अधिक समस्या का सामना उन नियोजित शिक्षकों को करना पड़ रहा है जो रमजान के महीने में रोजा रख रहे हैं। ईद उनका सबसे बड़ा त्योहार है। ऐसे में सरकार की कोशिश है कि नियोजित शिक्षकों की ईद फीकी न हो।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ महीनों से राज्य सरकार ट्रेजरी की व्यवस्था को पूरी तरह ऑनलाइन करने में लगी है। जिसके बाद शिक्षकों नियमित और नियोजित शिक्षकों को अगले महीने से वेतन के लिए स्कूल के हेडमास्टर साहब की ओर नहीं देखना होगा। न ही राज्य सरकार से आवंटन की प्रतीक्षा ही करनी होगी। वेतन सीधे उनके बैंक खाते में चला जाएगा। यह काम कॉम्प्रीहेंसिव फाइनेंशियल मैनेजमेंट सिस्टम (सीएफएमएस) वेब-पोर्टल के माध्यम से किया जाएगा। व्यवस्था के प्रभावी होने के साथ ही तकरीबन चार हजार हेडमास्टर डीडीओ (निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी) के दायित्व से मुक्त हो जाएंगे।
सीएफएमएस के प्रभावी होने से तकरीबन साढ़े चार लाख शिक्षक लाभांवित होंगे। शिक्षा विभाग ने सभी हेडमास्टर के नाम जारी आदेश में कहा है कि मई महीने तक हेडमास्टर डीडीओ की भूमिका निभाएंगे। जून से शिक्षकों का वेतन सीधे उनके बैंक खाते में जाएगा। निदेशक प्रशासन सुशील कुमार ने इस आशय के आदेश से सभी जिलों के शिक्षा पदाधिकारियों को अवगत करा दिया है।
यहां बता दें कि अभी तक प्राथमिक और मध्य विद्यालयों के शिक्षकों का वेतन प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी या संबंधित स्कूल के हेडमास्टर की सहमति के बाद शिक्षकों के बैंक खाते में जाता रहा है। इन दोनों अधिकारियों को डीडीओ का जिम्मा भी है। इसी तरह हाई और प्लस टू स्कूलों में हेडमास्टर के माध्यम से शिक्षकों का वेतन भुगतान होता है। नई व्यवस्था में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) डीडीओ होंगे, जिनके माध्यम से शिक्षकों का वेतन बैंक खाते में जाएगा।
शिक्षा विभाग ने सीएफएमएस प्रणाली के सुचारू तरीके से काम करने के लिए विभाग के अफसरों की एक टीम भी गठित कर दी है। निदेशक प्रशासन की अध्यक्षता में गठित सात सदस्यीय कमेटी में अरशद फिरोज, योगेश कुमार, अजीत कुमार, शिवनाथ प्रसाद, रामानंद पोद्दार और प्रिया राजपाल सदस्य बनाए गए हैं।