भागवद गीता की पढ़ाई को लेकर बिहार में सियासी दलों के बीच घमासान मच गया हैं। बिहार की सभी राजनीतिक पार्टियों के नेता इस पर अपनी अलग-अलग राय दे रहे हैं. दरअसल, यह मामला तब गर्माया जब केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने भागवद गीता से जुड़ा एक ट्वीट किया। उनके ट्वीट ने देखते ही देखते सियासी रंग ले लिया हैं । भाजपा नेता प्रह्लाद जोशी ने अपने ट्वीट मे लिखा कि ‘भागवद गीता हमें नैतिकता और सदाचार की सीख देती हैं. यह हमें समाज की बेहतरी के लिए उत्तरदायित्व का ज्ञान देती हैं। इसमें कई ऐसी नैतिक कहानियां हैं जो छात्रों को प्रेरित कर सकती हैं. सभी राज्य इसके बारे में सोच सकते हैं’
Bhagwad Gita teaches us morality & ethics. It shows us the responsibility towards well being of society. Many moral stories are there that can inspire our students. Every state govt can think about that: Union min Pralhad Joshi on Guj govt's decision to introduce Gita in schools pic.twitter.com/sqJOjovRxf
— ANI (@ANI) March 19, 2022
इस ट्वीट पर बिहार भाजपा की सहयोगी पार्टी जेडीयू के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने इशारों-इशारों मे कड़ा एतराज जताया हैं उन्होंने भाजपा की मंशा पर सवाल खड़ा किया हैं। कुशवाहा ने कहा कि,भागवद गीता में जो उपदेश दिया गया हैं वो बहुत हीं अच्छा ज्ञान हैं । हम लोग भी गीता ज्ञान पढ़ते हैं. लेकिन स्कूलों में गीता को पाठ्यक्रम में शामिल करने में बहुत सी चीजो को सोचना होगा।
साथ हीं उन्होंने कहा कि हमारे देश के संविधान में किसी धर्म विशेष की बात करने की इजाजत नहीं हैं। अगर ऐसा हैं तो तमाम धर्मों में ग्रंथों मे जो अच्छी बातें हैं एक साथ संग्रहित कर बच्चों को दिया जाए तो यह देश के विधान के अनुकूल होगा। साथ ही यह बच्चों के लिए भी ठीक रहेगा। लेकिन अगर आप किसी खास वजह से स्कूलों में गीता की शिक्षा दे तो यह ठीक नहीं हैं. जो भारतीय संविधान में दिया हुआ हैं उस मुताबिक काम करना चाहिए।
राजद नेता ने भी जताया एतराज
इस मामले पर राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि, भाजपा पूरे देश की शिक्षा व्यवस्था का भगवाकरण करण चाहती हैं, और उसी कड़ी का यह भी हिस्सा हैं। भारत एक सेक्युलर देश हैं और यहाँ पर सारे जाति धर्म के लोग रहते है। किसी खास धर्म या जाति को बढ़ाने के लिए अगर इस तरह का प्रयास किया जाएगा तो देश की अखंडता और संप्रभुता पर असर पड़ सकता हैं।राजद पार्टी की राजनीति हमेशा से धर्म निरपेक्षता की रही हैं।
काँग्रेस एमएलसी बोले
वहीं काँग्रेस एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा ने भी इस मामले को लेकर हमला बोलते हुए कहा कि, भाजपा हिंदुत्व को अपना हिडेन एजेंडा लागू करना चाहती हैं और उनके मंत्री से लेकर हरेक नेता इस तरह के बयान देते रहते है। लेकिन भारत एक सेक्युलर देश हैं और इसकी संप्रभुता से खेलने की इजाजत किसी को नही दी जा सकती हैं।
भाजपा नेता नितिन नवीन बोले-गीता पढ़ाने से मिलेगा फायदा
बिहार सरकार मे मंत्री व भाजपा नेता नितिन नवीन का कहना हैं की, स्कूलों के पाठ्यक्रम में भागवद गीता की पढ़ाई होनी चाहिए। बचपन मे जब हम भी स्कूल मे पढ़ते थे तो भागवद गीता को पढ़ा हैं । भागवद गीता में जो सीख दी गई हैं वो काफी महत्वपूर्ण हैं और हमारी आने वाले पीढ़ी को उसका बहुत बड़ा फायदा मिल सकता हैं जो लोग इस मांग का विरोध कर रहे हैं उनका विरोध शिर्फ राजनीतिक हैं।