नवरूणा कांड में सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई की है। सीबीआई ने पूर्व जिप उपाध्यक्ष शाह आलम शब्बू, विक्रांत शुक्ला उर्फ विक्कू शुक्ला, ब्रजेश सिंह, राकेश कुमार समेत छह लोगों को शनिवार की रात हिरासत में ले लिया। इन सभी को पूछताछ के लिए सीबीआई ने पटना में बुलाया था। रात साढ़े दस बजे सीबीआई ने इन सभी को पटना कार्यालय में रुकने के लिए कह दिया। इसके बाद शाह आलम उर्फ शब्बू ने अपने साथ पटना गए लोगों को कॉल कर जानकारी दी कि वह लौट जाएं क्योंकि सीबीआई ने उन्हें डिटेन कर लिया है। सीबीआई दफ्तर के बाहर इंतजार कर रहे शब्बू के लोग मौके से लौट आए। विक्कू शुक्ला के करीबी भी उन्हें हिरासत में लिए जाने की पुष्टि की है। बता दें कि वार्ड पार्षद राकेश सिन्हा पप्पू को भी पूछताछ के लिए इसी तरह बुलाया गया था। उनके साथ गए लोगों को भी रात में डिटेन करने की जानकारी दी गई थी। अगली सुबह गिरफ्तारी दिखाते हुए मुजफ्फरपुर स्थित विशेष सीबीआई कोर्ट में पेशी के बाद जेल भेज दिया गया था। हालांकि, उनके खिलाफ चार्जशीट नहीं की गई। हिरासत में लिए गए छह नए लोगों से प्रॉपर्टी डीलिंग को लेकर जुड़े शहर के एक कद्दावर नेता व एक अन्य बिल्डर को भी सीबीआई का नोटिस आया था। दोनों शाम तक पूछताछ के लिए पटना नहीं गए। सीबीआई की इस पूरी कार्रवाई की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है।
विशेष कोर्ट में आज हो सकती है पेशी
पटना में मौजूद सूत्रों ने जानकारी दी कि पजेरो गाड़ी से विक्कू और ब्रेजा गाड़ी से ब्रजेश सीबीआई दफ्तर में पहुंचे थे। दो बजे ये लोग सीबीआई दफ्तर में अपनी-अपनी गाड़ी से अंदर गए। रात एक बजे तक दोनों सीबीआई दफ्तर से बाहर नहीं आए। सीबीआई ने 29 अप्रैल को मुजफ्फरपुर सीबीआई के विशेष कोर्ट में शब्बू, विक्कू व ब्रजेश की पेशी की जानकारी उनके साथ गए लोगों को देते हुए मोबाइल व पर्स लौटा दिया। सीबीआई दफ्तर में प्रवेश के बाद शब्बू का मोबाइल चार बजे ऑन हुआ। उन्होंने अपने लोगों से कहा कि पूछताछ में अभी समय लगेगा, इंतजार कीजिए। इसके बाद रात 11 बजे के करीब शब्बू ने अपने लोगों को कॉल कर बताया कि सीबीआई ने उन्हें व सभी छह लोगों को रोक लिया है।
सुप्रीम कोर्ट से समय लेते ही बड़ी कार्रवाई की थी संभावना
नवरूणा कांड में छानबीन के लिए 31 मार्च की अवधि पूरी होने के बाद सुप्रीम कोर्ट से जून तक का समय लिया था। इसमें सीबीआई की ओर से अब तक की छानबीन में आए तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई के लिए फिर से छह माह का समय देने का आग्रह किया था। सीबीआई की ओर से समय लेने के बाद से ही स्पष्ट हो गया था कि मामले में काफी गहराई तक पहुंच चुकी सीबीआई के हाथ आए तथ्यों के आधार पर शीघ्र ही बड़ी कार्रवाई होगी।
घटनाक्रम
18 सितंबर 2012 की रात घर से नवरूणा का अपहरण हुआ
26 नवंबर 2012 को घर के सामने नाला उड़ाही के दौरान कंकाल मिला
14 फरवरी 2014 को सीबीआई ने केस दर्ज कर छानबीन शुरू की
Input : Dainik Bhaskar