जिला के मोतीपुर प्रखंड के महमदपुर चौक स्थित अपराधियो द्वारा दैनिक हिंदी के एक पत्रकार पर जानलेवा हमला करने का मामला प्रकाश में आई हैं. मामले में पीड़ित पत्रकार ने मोतीपुर थाने में तीन नामजद एवं तीन अज्ञात के बिरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई हैं.
इस संबंध में पीड़ित पत्रकार विकाश कुमार गुप्ता ने बताया की वे पत्रकारिता के क्षेत्र में पूरी ईमानदारी एवं निष्पक्षता पूर्वक सच्ची खबरे को अपने लेखनी के माध्यम से प्रकाशित कर जनता एवं आलाधिकारिओ के संज्ञान में लाने का कार्य करते थे. वे सुबह तकरीबन सात बजे अपने घर से मोतीपुर प्रखंड स्थित एक जरूरत मंद कार्य के लिए निकले थे. इसी बिच रास्ते में दो बाईक पर सवार नकाब बांधे छह अपराधियों ने उन्हें घेर लिया . फिर मारपीट करते हुए पिस्तौल सटाकर मुजफ्फरपुर – मोतिहारी मार्ग एनएच 28 के किनारे जीवक्ष महाविद्यालय के बगल में ले गए.
जहाँ मारपीट करते हुए पॉकेट से नगदी और गले से सोने की हनुमानि को निकाल लिए. विरोध करने पर मारपीट करते हुए कनपट्टी पर पिस्तौल सटाकर फायरिंग कर हत्या करने की प्रयाश किया अपितु उसकी गोली मिस्फायर हो गई . फिर वे लोग पत्रकार के साथ हाथबाही करने लगे. जिस दौरान तीन लोगों की नकाब चेहरे से खिसक गई , तो देखा की 1. ललित कुमार, ग्राम अंजनाकोट, 2,- रामनाथ प्रसाद, मोतीपुर बाजार,3- अशोक कुमार ग्राम बरुराज शामिल थे. वही तीन अन्य लोगों के चेहरा पर नकाब के कारण पीड़ित पत्रकार पहचान नहीं पाया.
राहगीर के आते देख वे लोग भाग निकले. सुचना पर पहुँची पुलिस ने सभी बिंदुओं पर छानबीन की. इस दौरान कुछ हमलावरों के मुह से शराब पिने की दुर्गन्ध भी आ रही थी. हमलावरों ने भागते समय कहाँ की यदि इसकी शिकायत थाने में करोगे तो इस बार बच गए हो अगली बार नही बचोगे. और निष्पक्ष पत्रकारिता करना छोड़ा देंगे. साथ ही शराब माफिया या बालू माफियाओं को इसारा करके तुम्हारी हत्या करवा देंगे, इतना कहकर वे लोग भाग निकले. घटना को लेकर पीड़ित पत्रकार पूरी तरह दहशत में हैं. पीड़ित पत्रकार ने थाने में तीन नामजद लोगों के बिरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराते हुए सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की हैं.
पीड़ित पत्रकार ने पुलिस को बताया की विश्वशनीय सूत्रों के अनुसार पता चला हैं की वे लोग मोतीपुर बाजार स्थित एक निजी स्टूडियो पर बैठक कर वारदात को अंजाम देने की षड्यंत्र रचे थे. साथ ही कुछ छनो के लिए अपने- अपने मोबाईल अपनों से दूर रखने की योजना बनाते हुए सुबह में वारदात को अंजाम दे दी. राहगीरों के आते देख हमलावर भाग निकले. जिससे पीड़ित पत्रकार की जान बच सकी.
जानकारी हो की विकाश कुमार मोतीपुर प्रखंड के बरुराज थाना क्षेत्र के सिसवां गांव के रहने वाले हैं. जो कई दैनिक हिंदी समाचार पत्रों में सेवा किये और करते हैं. उनके द्वारा निष्पक्ष खबरे प्रकाशित करने को लेकर कुछ लोग गोलबंद हो गए हैं. सूत्रों के अनुसार पता चला हैं की गोलबंद हुए लोग अपने करतूत को छुपाने के लिए पत्रकार पर झूठे मुकदमे कर- कराकर फ़साने तथा पत्रकार को अपने रास्ते से हटाने की प्रयास कर रहे हैं. ताकि उनलोगों की वर्चस्व बनी रहे.
घटना को लेकर कई समाजिक संगठनो ने घटना की निंदा करते हुए कहाँ हैं की एक निष्पक्ष पत्रकार द्वारा खबर प्रकाशित करने पर रोक लगाने की प्रयाश दुखद हैं.
छानबीन में जुटी पुलिस, हमलवारों ने कहाँ यदि करोगे पुलिस को शिकायत तो करवा दूंगा हत्या। दहशत में परिवार।
नीचे दिए गए स्क्रीन शॉट में खुले आम प्रसाशन के कमियों को ललित कुमार के द्वारा दिखाया जा रहा है। वही दूसरी तरफ साज़िस कर विकाश गुप्ता को फसाया गया है।