बिहार विद्यालय परीक्षा समिति का एक कारनामा सामने आया है जिसमें समिति ने एक को परीक्षक बना दिया है। आरोपी का नाम संजीव कुमार सुमन है, जो पिछले दो वर्षों से बेउर जेल में बंद है। उसपर बिहार इंटर टॉपर्स घोटाले का मास्टर माइंड बच्चा राय को मदद करने का आरोप लगा है।
संजीव कुमार सुमन पिछले दो वर्षों से जेल में बंद है, इसे बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने परीक्षक बना दिया जिसका आदेश ज्ञापांक संख्या 146 / 18 के तहत जारी किया गया है। बिहार विद्यालय परीक्षा समीति का एक और बड़ा और चौंकाने वाला कारनामा सामने आया है।
बता दें कि संजीव कुमार सुमन राम बालक उच्च विद्यालय राजेंद्र नगर में गणित का टीचर है और जेल में बंद होने के बाद फिलहाल निलंबित है।
बिहार बोर्ड की इस लापरवाही पर बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि ये आपराधिक कृत्य है जो आरोपी है उसे कैसे परीक्षक नियुक्त किया गया है। यह काफी निंदनीय है। ऐसे अधिकारियों को तत्काल सस्पेंड करना चाहिए।
बता दें कि बिहार बोर्ड के कॉपी मूल्याकंन की तारीख को पांच बार आगे बढ़ाया जा चुका है। कहा जा रहा है कि लैंग्वेज की शिक्षकों की भारी कमी के कारण 10वीं और 12वीं के कॉपी मूल्यांकन के लिए टीचर नहीं मिल रहे हैं।इसके साथ ही शिक्षक संघ की मांग है कि कॉपी मूल्याकंन की पारिश्रमिक में बढ़ोतरी की जाएं।
Input : Dainik Jagran