बिहार बोर्ड की ओर से जारी 2022 मैट्रिक रिजल्ट में औरंगाबाद की दो सहेलिया रामायणी रॉय और प्रज्ञा कुमारी ने एक मिसाल कायम किया हैं। रामायणी 487 अंक के साथ स्टेट टॉपर बनी तो वहीं प्रज्ञा 485 अंक के साथ तीसरे स्थान पर रही। कोरोना काल के दौरान जब स्कूल बंद हुए तो दोनों ने साथ में अपनी पढ़ाई की और परीक्षा के लिए रणनीति बनाई और कामयाबी के झंडे गाड़ दिए।

एक जर्नलिस्ट तो एक डॉक्टर बनना चाहती हैं

दोनों टॉपर्स अलग-अलग करियर की राहें चुनना चाहती हैं। रामायणी राय जहाँ पत्रकार बनना चाहती हैं तो वहीं प्रज्ञा कुमारी डॉक्टर बनना चाहती हैं। उन्होंने बताया कि वे अपनी पसंद से अपना आगे की करियर बनाना चाहती हैं और इसमें उनके परिवार वालों का भी काफी सहयोग मिल रहा हैं। हालांकि, ये दोनों अभी यह तय नहीं किया हैं की आगे की पढ़ाई वे अपने गृह जिले औरंगाबाद से ही करेंगी या किसी शहर का रुख करेंगी।

4-6 घंटे तक करती थी सेल्फ स्टडी

दोनों टॉपर्स हाई स्कूल दाउदनगर, औरंगाबाद की छात्रा हैं । उन्होंने बताया कि कोविड महामारी के कारण ज्यादातर समय स्कूल बंद ही रहे। हालांकि जितने दिन स्कूल खुले वे दोनों स्कूल तो गईं, लेकिन उन्हें लग गया कि, सेल्फ स्टडी से ही उन्हें कामयाबी मिल सकती हैं। तो इसके लिए उन्होंने साथ मे मिलकर पढ़ने की रणनीति बनाई और रोज 4-6 घंटे तक सेल्फ स्टडी करने में जुट गई।

स्कॉलरशिप से आगे की पढ़ाई करना चाहती हैं प्रज्ञा

प्रज्ञा ने बताया की, उसके पिता एक किसान हैं व माँ गृहिणी हैं। अब तक पिता खेत में हाड़ तोड़ मेहनत करके पढ़ाई का खर्चा उठाते हैं। लेकिन अब वह अपने पिता की कमाई की बजाय स्कॉलरशिप से पढ़ाई करना चाहती हैं। प्रज्ञा ने आगे कहा की, टॉपर आने के बाद सरकार की तरफ से जो इनाम की राशि मिलेंगी उससे वो अपने इंटरमिडियट का खर्च निकालेगी। और आगे की पढ़ाई के लिए अलग-अलग स्कालरशिप का एग्जाम देंगी।

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