बिहार सोमवार को भी लगातार तीसरे दिन शीतलहर की चपेट में रहा। फिर से दो दिनों केलिए औरेंज और एक दिन केलिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसका मतलब है कि अभी शीतलहर से सूबे को राहत नहीं मिलने वाली है। सभी जिलों का न्यूनतम तापमान भी लगातार दूसरे दिन 10 डिग्री सेल्सियस के नीचे बना हुआ है। इससे गलन महसूस हो रही है। इस हफ्ते ठंड में कमी होती नहीं दिख रही है। गया लगातार सबसे ठंडा शहर बना हुआ है।

सोमवार को भी गया का तापमान 4.2 डिग्री दर्ज किया गया। कोल्ड डे की स्थिति बनने के कारण पटना में गलन बढ़ गई है। ऐसा अधिकतम तापमान में गिरावट के कारण हुआ है। सोमवार को पटना अधिकतम तापमान 17.8 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 6.4 डिग्री कम है। वहीं, न्यूनतम तापमान 8.2 डिग्री रहा, जो सामान्य से 2.1 डिग्री कम है।

इस साल की विदाई, नए साल का भी आगाज भीषण ठंड में
मौसम विदों का कहना है कि अभी ऐसा कोई सिस्टम विकसित होते नहीं दिख रहा है, जिससे कि अगले हफ्ते तक ठंड में गिरावट दर्ज हो। उनका कहना है कि जो स्थिति बन रही है, उससे यह प्रतीत हो रहा है कि क्रिसमस के साथ पुराने साल की विदाई और नए साल का आगाज भी भीषण ठंड से होगा।

24 घंटे से भी कम का सोमवार बना साल का सबसे छोटा दिन
21 दिसंबर को दिन सबसे छोटा रहा है। इस दौरान 24 घंटे की जगह इसकी अवधि 23 घंटे 56 मिनट और 4 सेकेंड रहा। मौसम विभाग के वैज्ञानिक रविंद्र कुमार के मुताबिक 21 दिसंबर को संक्रांति दिवस था। जिसके तहत इस दिन साल का सबसे छोटा दिन होता है और इसकी रात सबसे लंबी होती है। इस दिन पृथ्वी का ध्रुव सूर्य से अधिकतम झुकाव पर होता है। इसी वजह से दिन छोटा होता है।

21 दिसंबर को बिहार में दिन की अवधि लगभग 10 घंटे रही। पिछले पांच साल के रिकार्ड के मुताबिक 21 दिसंबर 2020 को सबसे सर्द संक्रांति अवधि रिकार्ड किया गया। मौसम विभाग के वैज्ञानिक संजय कुमार के मुताबिक साल में दो बार संक्रांति होता है। जिसे समर और विंटर संक्रांति कहते हैं। विंटर संक्रांति हर साल 21 से 23 दिसंबर के बीच होता है। सामान्य रुप से ये 22 दिसंबर को ही होता है। इस दिन उत्तरी गोलार्ध में देश सूर्य से सबसे दूर होता है।

उसका केंद्र मकर राशि के उष्ण कटिबंधीय के ऊपरी हिस्से में होता है। पृथ्वी की धुरी 23.5 डिग्री के कोण पर झुकी हुई रहती है। यह सूर्य की परिक्रमा करती है। इससे रात लंबी दिन छोटा होता है। समर संक्रांति में दिन लंबा होता है। हालांकि पिछले पांच साल के रिकार्ड के मुताबिक 21 दिसंबर 2020 को सबसे सर्द संक्रांति अवधि रिकार्ड किया गया। इस दौरान अधिकतम तापमान 17.8 डिग्री और न्यूनतम तापमान 7.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। अभी ठंड से राहत मिलने की फिलहाल संभावना नहीं है।

सुबह 8:30 से 9:30 के बीच 30 बढ़ा पारा
सोमवार की सुबह पटना में तापमान ने पिछले पांच सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया। राजधानी के कई इलाकों में घने कोहरे के कारण विमान से साथ-साथ सामान्य यातायात भी प्रभावित रहा। बेली रोड, बोरिंग रोड, इनकम टैक्स चौराहा में विजिबिलिटी 800 मीटर से भी कम रही। हालांकि, दिन चढ़ने के साथ तापमान बढ़ा और विजिबिलिटी भी ठीक हुई।

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