Desk: बिहार में कोरोना संकट के दौरान लागू लॉकडाउन में प्रवासियों को वापस लाने के लिए ट्रेन सेवा शुरू की गई. आज भी कोरोना संकट के बावजूद ट्रेन सर्विस जारी है. इसी बीच कोरोना संकट में बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 66वीं प्रारंभिक परीक्षा को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है. मंगलवार तक कुल 4.50 लाख में 3.80 कैंडिडेट्स ने एडमिट कार्ड डाउनलोड कर लिया था. दूसरी तरफ एग्जाम सेंटर्स 300 से 400 किमी दूर हैं. इंटरसिटी एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन बनकर चल रही है.

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कैसे जाएंगे कैंडिडेट्स परीक्षा देने?
बीपीएससी ने एग्जाम सेंटर्स एक से दूसरे जिले में किया है. मतलब पटना जिले के स्टूडेंट्स को दूसरी जगह जाकर एग्जाम देना है. कोरोना संकट में आने-जाने की दिक्कत है. इंटरसिटी एक्सप्रेस को स्पेशल ट्रेन बना दिया गया है. पहले के मुकाबले आधे ट्रेन ही चल रहे हैं. उसमें रिजर्वेशन के कारण कैंडिडेट्स की मुश्किलें बढ़ी हुई है. बिना रिजर्वेशन के ट्रेन से सफर करना मुश्किलों से भरा है. वहीं, बसों के जरिए भी सेंटर तक पहुंचने में दिक्कत है. कई जगहों के लिए अभी भी बस सर्विस पूरी तरह शुरू नहीं की जा सकी है.

कोरोना संकट में बस सर्विस का सच
बिहार में कोरोना संक्रमण के बीच रियायतों के साथ पाबंदियां भी लगाई गई हैं. बसों को चलाने के दौरान कोरोना गाइडलाइंस को फॉलो करना जरूरी है. इसके तहत डबल सीट पर एक ही पैसेंजर को बैठाने की छूट है. इसका उल्लंघन करने पर जुर्माने का प्रावधान है. इससे ज्यादा पैसेंजर्स को ले जाना मुश्किलों से भरा होगा. पटना से चलने वाली बसों को देखें तो इनकी संख्या 150 से 200 के बीच है. इस स्थिति में कैंडिडेट्स की परेशानियों को समझा जा सकता है. अब, कैंडिडेट्स इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं.

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