इन्हें न किसी अधिकारी का डर हैं. न किसी का खौफ हैं, कुछ लोग प्रखंड मुख्यालय में सीओ से हस्ताक्षर कराने का इंतजार करते हैं तो दूसरे तरफ दलाल सीओ साहेब के पावर को अपने जेब में लेकर घूमते हैं. अंचल कार्यालय मोतीपुर में एक सनसनी खेज मामला बुधवार के दिन प्रकाश में आई हैं.
बता दें कि दलालों द्वारा अंचलाधिकारी मोतीपुर का फर्जी हस्ताक्षर का उपयोग कर आसानी से जातीय आवासीय आय प्रमाण पत्र बनाने की पोल खुली हैं. यह खुलासा अंचल में तैनात अंचल गार्ड ने की हैं. एक युवक द्वारा आठ प्रमाण पत्र अंचल से हस्ताक्षर कराने के लिए मिली. उपरोक्त प्रमाण पत्र पर अंचलाधिकारी के हस्ताक्षर को देख अंचल गार्ड को आशंका हुई. फिर अंचल गार्ड ने उक्त प्रमाण पत्रों को अंचल के प्रधान लिपिक के जिमे दे दी.
वही अंचल के प्रधान लिपिक ने सभी प्रमाण पत्रों को अंचलाधिकारी शिवाजी सिंह के कार्यालय में पेश की. अंचलाधिकारी शिवाजी सिंह ने प्रमाण पत्रों की तहकीकात करते हुए उसपे लगे हस्ताक्षर को फर्जी करार दिया. और बताया की फर्जी हस्ताक्षर वाली प्रमाण पत्रों को जब्त कर ली गयी है. वहीँ दलाल मौके पर फरार हो गया. दलालो को चिन्हित की जा रही हैं.
चिन्हित कर सीघ्र ही कार्रवाई की जायगी. वहीँ दूसरे तरह अंचलाधिकारी के फर्जी हस्ताक्षर मिलने से सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा हो गयी है. सूत्रो का कहना हैं की यह इन लोगों की फर्जीवाड़ा की खेल लंबे समय से चल रही थी.
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