कुछ दिन पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक कार्यक्रम के दौरान संबोधन में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री संबोधित कर दिया था. तब जेडीयू की ओर से इस बात को नीतीश कुमार की ज़ुबान फिसलना बताया गया था. लेकिन, आरजेडी के नेताओं का बयान देखकर लगता हैं की आरजेडी और जेडीयू में तेजस्वी को सीएम बनाने की बात पर सहमति बन गई हैं।

भविष्य के सीएम तेजस्वी ही हैं : भाई वीरेंद्र

दरअसल आरजेडी प्रदेशाध्यक्ष जगदानंद सिंह के 2023 मे तेजस्वी को सीएम बनाने वाले बयान के बाद आरजेडी प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने भी तेजस्वी यादव को बिहार का सीएम बनने को लेकर बड़ा बयान दिया हैं। भाई वीरेंद्र ने शुक्रवार को एक समाचार चैनल से बातचीत में कहा की, “आज नहीं तो कल तेजस्वी यादव की ताजपोशी होनी ही हैं। देश में नौजवानों की संख्या ज्यादा हैं और बिहार में सबसे ज्यादा युवा हैं। सबकी पसंद तेजस्वी यादव हैं। भविष्य के सीएम तेजस्वी ही हैं। हम बस सही समय का इंतजार कर रहे हैं।”

भाई वीरेंद्र ने आगे कहा की, “मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद तेजस्वी यादव की ताजपोशी करेंगे और वे केंद्र की राजनीति में चले जाएंगे। जेडीयू और राजद में आम सहमति पहले ही बनी हैं। जैसे ही मार्ग प्रशस्त होगा, तेजस्वी यादव बिहार के मुख्यमंत्री बन जाएंगे।”

नीतीश किसी कीमत पर तेजस्वी को बिहार की सत्ता नहीं सौंपेंगे : मोदी

वहीं बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार ने तेजस्वी को सीएम बनाने के बयान को लेकर तंज़ कसा हैं। उन्होने कहा की, “लालू, भाजपा, मांझी, जनादेश को धोखा देने वाले नीतीश किसी कीमत पर तेजस्वी को बिहार की सत्ता नहीं सौंपेंगे। फिर एक बार लालू को धोखा देंगे। राजद प्रमुख लालू प्रसाद यदि अपने पुत्र तेजस्वी प्रसाद यादव को मुख्यमंत्री पद पर देखना चाहते हैं, तो उन्हें न 2023 का इंतजार करना चाहिए और न मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से हुई किसी डील पर भरोसा करना चाहिए।”

जेडीयू के पांच विधायकों को आरजेडी में मिलाकर सीएम बना लें

सुशील मोदी ने आगे कहा की, “लालू प्रसाद अगर जेडीयू के केवल पांच विधायकों को आरजेडी में मिला लेते हैं, तो उनका बेटा बिहार का मुख्यमंत्री बन जाएगा। विधानसभा में स्पीकर राजद के हैं। नीतीश कुमार कुछ नहीं कर पाएंगे। नीतीश कुमार को भी यह मालूम है कि वे कभी प्रधानमंत्री नहीं बन सकते हैं, इसलिए किसी डील के नाम पर तेजस्वी यादव को बिहार की सत्ता सौंपने की गलती नहीं करेंगे। यदि ऐसा किया तो वे कहीं के नहीं रहेंगे।”

बता दें की, इससे पहले राजद प्रदेशाध्यक्ष जगदानंद सिंह ने भी कहा, ‘हमें लगता हैं की 2022 बीतने के बाद 2023 में नीतीश कुमार देश की लड़ाई लड़ेंगे और बिहार के भविष्य की लड़ाई तेजस्वी यादव के हाथ में सौंप देंगे।’ जगदानंद सिंह के इस बयान के बाद बिहार के सियासी हलकों में चर्चा का दौर शुरू हो गया।

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