बिहार के भागलपुर स्थित जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल (जेएलएनएमसीएच) की इमरजेंसी में भर्ती नवजात बच्ची की वार्मर में दम घुटने से शनिवार को मौत हो गई। ड्यूटी पर तैनात नर्स बच्ची को वार्मर में रखकर पेइंग वार्ड में सोने चली गई थी। इसी बीच बच्ची का शरीर तेजी से गर्म होने लगा। उसके छटपटाने पर बांका निवासी प्रीति कुमारी के परिजन नाथा मुर्मू ने नर्स को ढूंढने की कोशिश की पर वह नहीं मिली। परेशान हो उन्होंने स्वास्थ्य प्रबंधक को जानकारी दी।
स्वास्थ्य प्रबंधक के कहने पर चिकित्सक जांच करने पहुंचे पर तब तक काफी देर हो चुकी थी। नर्स की लापरवाही से प्रीति ने अपने जिगर के टुकड़े को खो दिया। बच्ची को चार मई को डॉ. आरके सिन्हा की यूनिट में भर्ती कराया गया था।
इधर, शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉ. आरके सिन्हा कहना है कि प्रसव के दौरान नवजात का सिर दबने से ब्रेन डैमेज हो गया था। वह सांस नहीं ले पा रही थी। नब्ज भी नहीं मिल रहा था। हालांकि नर्स को वार्मर रूम से नहीं जाना चाहिए था।
वहीं इस संबंध में जेएलएनएमसीएच के अधीक्षक डॉ. आरसी मंडल ने कहा कि मुझे इस घटना की जानकारी नहीं मिल पाई है। मामले की जांच कराई जाएगी। लापरवाही सामने आई तो कार्रवाई की जाएगी। विदित हो कि जेएलएनएमसीएच में नर्सों की लापरवाही से मरीजों की जान हमेशा सांसत में रहती है। इनकी लापरवाही से पहले भी कई मरीजों की जान जा चुकी है।
Input : Dainik Jagran