रेलवे ने इंटरेक्टिव वाइस रेस्पांस सिस्टम (आईवीआरएस) के माध्यम से 11 से 17 मई के बीच ट्रेनों और रेलवे स्टेशनों की सफाई व्यवस्था का सर्वे कराया। इसके लिए आईआरसीटीसी की वेबसाइट या फिर काउंटरों से बुक होने वाले टिकट पर सफर करने वाले यात्रियों के मोबाइल नंबर एकत्र किए गए। इन यात्रियों से अलग-अलग बात की गई। उसके आधार पर सर्वे रिपोर्ट तैयार की गई। इसमें देश के टॉप 10 गंदे रेलवे स्टेशनों की सूची भी जारी की गई है।

कानपुर सेंट्रल देश का सबसे गंदा स्टेशन है और दूसरे नंबर पर पटना जंक्शन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के क्लीन इंडिया लक्ष्य की प्राप्ति के लिए स्वच्छ भारत अभियान शुरू किया गया था। पिछले तीन साल से रेल बजट में स्वच्छ रेल, स्वच्छ भारत के तहत स्टेशनों की साफ-सफाई के लिए कई उपाय किए गए हैं।

2016 के बजट में ए-1 एवं ए श्रेणी के स्टेशनों की स्वच्छता रैंकिंग की व्यवस्था की गई थी। इस रैंकिंग में इस बार ट्रेनों को भी शामिल किया गया है। रेल मंत्रालय की ओर से प्रमुख स्टेशनों पर स्वच्छता पर यात्री प्रतिक्रिया सर्वेक्षण के लिए आइआरसीटीसी को जिम्मा दिया गया था।

 

इंटरेक्टिव वाइस रेस्पांस सिस्टम (आइवीआरएस) के माध्यम से बीती 11 से 17 मई के बीच यह सर्वे कराया। इसके लिए आइआरसीटीसी की वेबसाइट या फिर काउंटरों से बुक होने वाले टिकट पर सफर करने वाले यात्रियों के मोबाइल नंबर से अलग-अलग बात की गई। इसमें देश के टॉप 10 गंदे रेलवे स्टेशनों की सूची भी जारी की गई है।

 

पिछली बार इस सूची में पटना जंक्शन सफाई की रैंकिंग में 28 वें पायदान पर था। इस बार पटना जंक्शन की रैंकिंग में सुधार के बजाय और गिरावट आने की उम्मीद की जा रही है। कहा तो यहां तक जा रहा है कि पटना जंक्शन देश के दस सबसे गंदे स्टेशनों की सूची में दूसरे नंबर पर शुमार हो सकता है। इस सूची में कानपुर, कल्याण, लोकमान्य तिलक टर्मिनल एवं ठाणे स्टेशनों के नाम की चर्चा की जा रही है। गंदगी में पटना से बेहतर परंतु अन्य स्टेशनों से बदतर में लखनऊ भी आ सकता है।

दूसरा सर्वेक्षण क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा किया गया। सर्वेक्षण करने के लिए अपनाए गए मापदंड में पार्किंग, मुख्य प्रवेश द्वार, प्लेटफार्म, प्रतीक्षालय में स्वच्छता पर 33.33 फीसद, क्यूसीआइ निर्धारकों द्वारा प्रत्यक्ष अवलोकन स्वच्छता की प्रक्रिया के लिए 33.33 फीसद एवं यात्री फीडबैक के लिए 33.33 फीसद अंक रखा गया है।

सर्वे टीम द्वारा रेलवे के सभी 16 जोन के लिए ए-1 और ए श्रेणी के 407 स्टेशनों पर यात्रियों से आमने-सामने बात की गई। रिपोर्ट सर्वेक्षण एजेंसी ने रेलवे बोर्ड को रिपोर्ट सौंप दी है परंतु क्यूसीआइ की रिपोर्ट अभी जानी बाकी है।

 

इन मुद्दों पर जानी गई राय

ट्रेनों और प्लेटफॉर्मों की सफाई, कैटरिंग व्यवस्था व सफाई, ट्रेनों के एसी प्लांट की स्थिति, स्टालों और ट्रेनों में सप्लाई होने वाले भोजन की शुद्धता और गुणवत्ता, ट्रेनों का समय पालन, ट्रेनों में दिए जाने वाले बेड रॉल की सफाई।

इस सूची में कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पहले स्थान पर है। यही नहीं, इसमें यूपी के कुल चार स्टेशन शामिल हैं, तो तीन मुंबई के तीन। यात्रियों से बातचीत के स्थान पर दी गई रेटिंग में मुंबई का कल्याण तीसरा, लोकमान्य तिलक टर्मिनल पांचवां और ठाणे आठवां सबसे गंदा स्टेशन है।

Input:Danik Jagran

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