बिहार के चतरा में इटखोरी स्थित जयप्रकाशनगर के ओम नर्सिंग होम में झोला छाप डॉक्टरों ने क्रूरता की हदें पार कर दीं। तथाकथित चिकित्सक बिहार निवासी अरुण कुमार और अनुज कुमार ने अल्ट्रा साउंड रिपोर्ट में लड़की होने की बात बताई थी। रिपोर्ट के पांच घंटे बाद प्रसूता ने सामान्य रूप से लड़के को जन्म दिया। आरोप है कि इसके बाद चिकित्सकों ने नवजात का लिंग काटकर शव छुपा दिया।
मयुरहंड के बलिया निवासी अनिल पंडा ने बताया कि उन्होंने पत्नी गुड्डी को ओम नर्सिंग होम में सुरक्षित प्रसव के नाम पर दस हजार की राशि देकर भर्ती कराया। इसी क्रम में प्रसूता ने मंगलवार शाम बच्चे को जन्म दिया। इसके बाद प्रसूता और उसकी सास को क्लिनिक से बाहर कर दिया गया। तथा नवजात के लिंग को काटकर शव को छुपा दिया गया। बच्चा मांगने पर बताया गया कि उसका बच्चा अपाहिज हाल में था, बच्चा नहीं मिलेगा।
लिंग काटने की घटना को अंजाम नवजात के जीवित या मृत होने की स्थिति में दिया गया, यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगा। हालांकि परिजनों ने दावा किया कि जन्म लेने के बाद बच्चा सुरक्षित था। इधर पुलिस ने उक्त डॉक्टरों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए चतरा अस्पताल भेज दिया है। स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने चतरा में सिविल सर्जन को इन झोलाछाप डॉक्टरों पर एफआइआर दर्ज कराने और पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट देने के लिए कहा है।
Input : Hindustan