तान्या तनीशा बिहार की पहली डूडल गर्ल हैं, जिनके बिहारन और बीइंग बिहारी जैसे हैश टैग सोशल साइट पर रातों रात ट्रेंड करने लगे। माइक्रोपेन से बारीक स्केचिंग करनेवाली तान्या अपने डूडल से लोगों को असली बिहार से रूबरू करवा रही हैं।
डूडल ऑफ बिहार यानी बिहार की खूबियां। हम कह रहे हैं ना, बीइंग बिहारी, एक बिहारी सब पर भारी, टोटल बिहारन जैसे बिहारी जुमले तो यहां मिलेंगे ही, सबसे महत्वपूर्ण है डूडल के जरिए बिहार की छवि निखारना। कंकड़बाग की रहनेवाली तान्या तनीशा ने अपने डूडल से शराबबंदी, बाल विवाह मुक्त बिहार और अन्य सामाजिक कुरीतियों को दूर करने का संदेश देती हैं।
सामाजिक संदेश के अलावा अपने डूडल में राज्य के पर्यटन स्थलों, प्रसिद्ध बिहारियों को उकेरती हैं। उनके ये डूडल सोशल साइट पर ट्रेंड करते हैं। तान्या को बिहार के डूडल ने रातों रात सोशल साइट का मशहूर कर दिया है।
मुख्यमंत्री कर चुके हैं तारीफ
तान्या ने अपने डूडल में अंतरराष्ट्रीय पर्यटन को बढ़ावा देने का प्रयास किया है, जिसकी तारीफ खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी की है। उन्होंने एक डूडल में जापान के सिन टोजी मंदिर और जू जोजी मंदिर के साथ महाबोधि मंदिर, राजगीर, पावापुरी मंदिर को भी जोड़ा। उनकी इस कवायद की सराहना टोक्यो में जीटा प्लान के प्रपोजल के दौरान सीएम ने की थी। इसके अलावा उन्होंने बौद्ध धर्म, सिख और जैन धर्म के प्रमुख स्थलों को भी सर्किट बना कर जोड़ा जिसकी तारीफ भी हुई।
हर डूडल में शराबबंदी का संदेश
तान्या बिहार के सभी जिलों पर डूडल बनाती हैं। पटना पर उन्होंने कई डूडल बनाए हैं। डूडल ऑफ बिहार को लोगों ने इतना पसंद किया कि वे एक दिन में सोशल साइट पर ट्रेंड करने लगे। इनके पहले डूडल ऑफ बिहार में उन्होंने पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद से लेकर चाणक्य और बुद्ध की कलाकृति बनाई थी। इन सभी कलाकृतियों के साथ उनके कैप्शन भी किए थे। इनके हर डूडल में शराबबंदी का संदेश जरूर रहता है।
हम कह रहे हैं ना …तान्या के डूडल में आपको पटनिया और बिहारी दिखेंगे। वे अपने डूडल में माइक्रोपेन से कैप्शन भी लिखती हैं। वह बताती हैं कि बिहारियों की पहचान उनकी भाषा है, इसलिए इसमें लोकप्रिय बिहारी भाषा का प्रयोग किया है। 0.01 माइक्रोमीटर के माइक्रोपेन से बनी बारीक स्केचिंग इतनी स्पष्ट होती है कि दूर से ही आप इसे पढ़ लेंगे।
तान्या ने वेल्लोर से पूरी की है पढ़ाई
तान्या कंकड़बाग मेन रोड की रहने वाली हैं। उन्होंने बीआइटी वेल्लोर से बीटेक किया है। कला में गहरी रुचि होने के कारण उन्होंने डूडल बनाना शुरू किया। वह बताती हैं कि जब अपनी पढ़ाई वेल्लोर से पूरी करने गईं तो बिहारियों के जोक उन्हें काफी चुभते थे। इसलिए अपनी कला को जरिया बनाया और डूडल करना शुरू किया। इनके डूडल की खासियत है कि इसमें आपको बिहार की खूबियां ही खूबियां दिखेंगी। वह बताती हैं गूगल पर सर्च करने पर हर शहर के कई खूबसूरत डूडल थे पर बिहार और पटना के नहीं थे। इसलिए डूडल ही बनाने की ठानी।
Input : Live Hindustan