मुंबई से दरभंगा जा रही स्पाइस जेट की फ्लाइट एसजी 944 गुरुवार को दरभंगा में खराब मौसम की वजह से पटना एयरपोर्ट पर डायवर्ट कर दिया गया। विमान में चालक दल के अलावा कुल 178 यात्री सवार थे। विमान को लगभग 11 बजे दिन में दरभंगा पहुंचना था, लेकिन कमजोर दृश्यता की वजह से विमान को दरभंगा में उतारा नहीं जा सका। इसके बाद पायलट ने पटना एयरपोर्ट के एटीसी से संपर्क कर विमान को पटना की ओर मोड़ दिया। इसके बाद पटना में विमान की लैंडिंग कराई गई।

दरभंगा से लौटने के बाद दिन में 12.54 बजे विमान को पहली बार पटना में लैंड कराया गया। उसके बाद दो बजे यात्रियों को लेकर यह विमान फिर से पटना से दरभंगा के लिए रवाना हुआ। विमान के दोबारा भी दरभंगा में लैंडिंग न कर पाने के कारण उसे पटना की ओर लाना पड़ा। दोबारा यह विमान पटना एयरपोर्ट पर शाम 4.35 बजे उतरा। दो-दो बार फ्लाइट के दरभंगा एयरपोर्ट पर नहीं उतर पाने से यात्री परेशान हो गए। इधर पटना एयरपोर्ट पर सही सूचना नहीं मिलने से नाराज यात्रियों ने एयरपोर्ट परिसर में हंगामा भी किया। हंगामा बढ़ता देख स्पाइसजेट ने शाम सात बजे चार एसी बसों से 160 यात्रियों को दरभंगा भेज दिया। इनमें 18 यात्री पटना में ही रुक गए।

विमान संख्या एसजी 944 के पटना में ही फंसे हुए होने की वजह से दरभंगा से मुंबई जाने वाला विमान रद्द रहा। पटना से इस विमान को मुंबई के लिए रवाना कर दिया गया। गुरुवार को इस मौसम में खराब विजिबिलिटी की वजह से पहली बार विमान सेवाएं प्रभावित हुई हैं। गौरतलब है कि गुरुवार को विजिबिलिटी बढ़ी धुंध की वजह से काफी कम हो गई थी। गुरुवार के बाद एक बार फिर से इस साल भी कोहरा बढ़ने पर विमान सेवाओं पर व्यापक असर पड़ने के आसार जताए जा रहे है।

पिछले 24 घंटों में बिहार के मौसम में तेजी से बदलाव आया है। बादल छाने और धुंध बढ़ने से अधिकतम तापमान में तेजी से गिरावट आई है, जबकि न्यूनतम तापमान आंशिक रूप से ऊपर चढ़ा है। बिहार के अधिकतर भाग में गुरुवार को एक तो हर दिन की अपेक्षा धूप देर से निकली साथ ही बादलों की वजह से यह प्रभावहीन रही। ज्यादातर लोगों ने धूप सेंकने के बजाय कम्बल में ही समय बिताना उचित समझा।

मौसम विज्ञान केंद्र पटना के मौसमविदों ने बताया कि पूर्वी उत्तर प्रदेश और उससे सटी बिहार की सीमा में चक्रवाती हवा की स्थिति बनी है। इस वजह से गुरुवार को कई जिलों में बादल छाए रहे। इससे अधितकम तापमान नीचे आया जबकि न्यूनतम पारा ऊपर चढ़ा। साथ ही अभी राज्य में दो तरफा हवा का असर देखा जा रहा है। पूरब दिशा से नमी लेकर हवाएं सूबे में प्रवेश कर रही हैं, जबकि उत्तर पश्चिमी भाग से बर्फीली हवा भी आ रही है। गुरुवार को धुंध की स्थिति भी दिनभर बनी रही। नदियों के आसपास विजिबिलिटी का स्तर काफी नीचे चला गया। पटना में भी सुबह सात बजे के आसपास 800 मीटर की विजिबिलिटी रही।

राज्य में 14 प्रमुख शहरों के तापमान में गया का पारा सबसे नीचे रहा। यहां न्यूनतम पारा 9.01 डिग्री सेल्सियस रहा। अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री नीचे रहा। पटना का अधिकतम पारा ढाई डिग्री तक नीचे आया। अधिकतम तापमान 24.6 जबकि न्यूनतम 11डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। भागलपुर का अधिकतम 26 जबकि न्यूनतम 14.1 डिग्री सेल्सियस रहा। पूर्णिया का अधिकतम तापमान 27 जबकि न्यूनतम 14.5 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम साफ होने के 24 घंटों के बाद न्यूनतम तापमान में तेजी से कमी आएगी।

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