मुख्यमंत्री विकास समीक्षा यात्रा के समय एस्सेल ने जारंग महादलित बस्ती में आनन-फानन में बिजली चालू कर दी थी। लेकिन, एक सप्ताह पहले वहां की बिजली काट दी। अंधेरे में डूबे 5 सौ महादलितों ने एकजुटता दिखाते हुए एस्सेल भगाओ मुजफ्फरपुर बचाओ मोर्चा के साथ मैठी सब स्टेशन पर हमला बोलने की तैयारी शुरू कर दी। सोमवार को इसके लिए एस्सेल को चेतावनी दी तो दोपहर में बिजली चालू कर दी गई। सीएम के जारंग कार्यक्रम को लेकर महादलित टोले में एलएनटी की ओर से आनन-फानन में बिजली घर-घर पहुंचा दी गई थी।
एस्सेल अधिकारी का कहना है कि बिजली बिल जारी करने के लिए एलएनटी की ओर से कनेक्शन का पेपर नहीं दिया गया। एस्सेल भगाओ मुजफ्फरपुर बचाओ मोर्चा से जुड़े जारंग निवासी जय प्रकाश कुंवर ने पहल की। सोमवार की सुबह से जारंग गटोली स्कूल पर जुटे बस्ती के लोगों ने एस्सेल के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया। मोर्चा अध्यक्ष अजय पांडेय ने एस्सेल के विजनेस हेड को बिजली चालू करने अथवा मैठी सब स्टेशन पर हमला की चेतावनी दी। दो घंटे के विरोध-प्रदर्शन के बाद एस्सेल के लाइनमैन ने बिजली चालू कर दी। इधर, एस्सेल के पीआरओ राजेश चौधरी ने कहा कि बिजली चालू कर दी गई है। बिलिंग को सिस्टम में लाने के लिए बिजली काटी गई थी।
कस्तूरबा छात्रावास की भी काट दी गई थी बिजली : तीन ट्रांसफॉर्मरों से जुड़ी महादलित बस्ती में बिजली काटने से कस्तूरबा छात्रावास भी अंधेरे में डूब गया था। लंबी दूरी से कस्तूरबा छात्रावास की बिजली विद्यालय परिवार ने खुद की पहल पर चालू की। जारंग महादलित बस्ती के लोगों का कहना है कि एस्सेल बिजली बिल जारी करे, वे लोग भुगतान करेंगे।
Input : Dainik Bhaskar