यहां पेंट की एक फैक्ट्री में रविवार तड़के आग लगने से बिहार के मुजफ्फरपुर के पांच लोग जिंदा जल गए। हादसा राई इंडस्ट्रियल एरिया स्थित रीयल पेंट प्राइवेट लिमिटेड में हुआ। फैक्ट्री दिल्ली निवासी गुलशन माटा की बताई जा रही है। हादसे में एक बच्चा भी जिंदा जल गया है। हालांकि पुलिस तीन शव मिलने व दो शव लापता होने की बात कह रही है। आग लगने का कारण शॉर्ट-सर्किट बताया जा रहा है। दमकल की 12 गाड़ियों ने आग पर काबू पाया। फैक्ट्री के अंदर और भी शव होने की आशंका है।
एचएसआइआइडीसी, राई के प्लाट नंबर 291, 292 व 293 में दिल्ली निवासी गुलशन माटा की रीयल पेंट प्राइवेट लिमिटेड की फैक्ट्री है। फैक्ट्री के ऊपर बने कमरों में यहां काम करने वाले मजदूर व अन्य कर्मी रहते थे। चश्मदीद के अनुसार, रविवार रात को वहां बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के पीयर थाने के घोसराम व मेठा गांव निवासी चंदर पुत्र रघुवेंद्र, शकुंतला पत्नी रामकुमार, हरेंद्र सिंह पुत्र बंदे सिंह, संजीव पुत्र महेंद्र, कुंदन पुत्र रघुनंदन, जालंधर, राकेश, धर्मवीर, गुरुदेव, रणधीर झा पुत्र अंजनी झा, वीरेंद्र राम पुत्र चेली राम व बच्चे सहित 15 लोग सो रहे थे। चार बजे अचानक आग की लपटें उठने के कारण ऊपर सो रहे लोगों की नींद खुली, लेकिन लपटंे इतनी तेज थीं कि नीचे जाने का कोई रास्ता नहीं मिला। ऐसे में शकुंतला, चंदर, हरेंद्र सिंह, संजीव, कुंदन, जालंधर, राकेश, धर्मवीर, गुरुदेव आदि ने दूसरी मंजिल से छलांग लगा दी। आग में झुलसने व नीचे गिरने के कारण सभी घायल हो गए।
पूरी तरह से जले होने के कारण शव की नहीं हो पाई पहचान
आग इतनी भयावह थी कि उस पर काबू पाने के लिए सोनीपत के अलावा गन्नौर, रोहतक, नरेला व समालखा से दमकल गाड़ियां मंगाई गई। दिन के करीब 12 बजे तक आग पर काबू पाया गया। पुलिस ने ऊपरी मंजिल से बुरी तरह जले हुए तीन शव बरामद किए हैं। इनमें एक शव बच्चे का बताया जा रहा है। पुलिस को राख हो चुकी हड्डियां भी मिली हैं। शवों के पूरी तरह से जले होने के कारण उनकी पहचान नहीं हो पाई है। पोस्टमार्टम कराने और डीएनए जांच के बाद ही शवों की पहचान हो पाएगी।
Input : Dainik Jagran