शहर की सफाई व्यवस्था पटरी से उतरी गई है। शहर की सड़कें हों या गली-मुहल्ले हर तरफ कूड़े का अंबार लगा है। सड़कों पर जमा कूड़ा निगम की साफ-सफाई व्यवस्था की पोल खोल रहा है। शहरी सफाई व्यवस्था का यह हाल तब है जब कूड़े को ठिकाना लगाने के लिए टैक्टर, दो-दो कॉम्पैक्टर, बॉबकट एवं जेसीबी समेत आठ सौ से अधिक सफाईकर्मी व प्रभारी लगे हुए हैं। प्रतिदिन सौ से अधिक टेलर इसीलिए चलते हैं ताकि वे कूड़े का उठाव कर रौतनिया में ठिकाना लगा सकें। बावजूद शहर में गंदगी का ये हाल व्यवस्था की पोल खोल रहा है।

बदतर हालात पर स्वयं नाराजगी जता चुके हैं नगर आयुक्त : शहर की दयनीय सफाई व्यवस्था पर नगर आयुक्त संजय दुबे स्वयं नाराजगी जता चुके हैं। पिछले दिनों सफाई की समीक्षा बैठक में उन्होंने स्वयं स्वीकार किया था कि शहर के सभी वाडरे में कूड़े का ढेर लगा है। शहर के साथ रौतनिया का भ्रमण करने के बाद बैठक में अपनी नाराजगी जताई थी। यह भी कहा था कि में से सिर्फ 36 टैक्टर चालक कूड़ा लेकर रौतनिया पहुंचे। जबकि सभी ट्रैक्टर को प्रतिदिन दो टिप कूड़ा ले जाने के लिए इंधन उपलब्ध कराया जाता है। शेष कूड़ा शहर एवं शहर के सीमावर्ती क्षेत्रों में कूड़ा जहां-तहां फेंका जा रहा है।
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