बिहार में बहुजन आजाद पार्टी के गठन के खिलाफ धनबाद आईआईटी-आईएसएम के छात्रों ने मोर्चा खोल दिया है. छात्रों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि आईआईटी कोई राजनीति का अखाड़ा नहीं है. यहां सभी छात्र टेक्नोफ्रेंडली माहौल में रहते हैं. यहां कभी किसी की जाति नहीं पूछी जाती है.

छात्रों के मुताबिक कुछ लोग अपनी गंदी राजनीति चमकाने के लिये आईआईटी के नाम पर सियासत कर रहे हैं और उसे बदनाम करना चाहते हैं. जबकि आईआईटी में वैसा कोई भेदभाव नहीं होता, जिसका आरोप नवीन कुमार ने लगाया है.

छात्रों ने कहा कि अगर नवीन कुमार के साथ कोई भेदभाव हुआ तो उनको उसी समय विरोध करना चाहिए था. लेकिन उस वक्त उन्होंने ऐसा कोई नहीं किया और अब अपनी राजनीति चमकाने के लिए आईआईटी के छात्रों को राजनीति में उलझाकर आपस में बांटने का काम कर रहे हैं.

छात्रों ने कहा कि आईआईटी जैसे संस्थान भारत का गौरव है. इन संस्थानों में जाति-धर्म संबंधित विवादों का कोई स्थान नहीं होना चाहिए. किसी भी स्थिति में आईआईटी जैसे संस्थानों को राजनीति के लिए इस्तेमाल नहीं होने देंगे.

बता दें कि आईआईटी से पढ़े 50 छात्रों ने समाज के पिछड़े वर्गों के लिए नौकरी और बिजनेस छोड़कर बिहार में  बहुजन आजाद पार्टी बनाई है. इस नई पार्टी को लेकर चर्चाएं जोरों पर है. इस पार्टी का हेडक्वार्टर फिलहाल बिहार के सीतमाढ़ी के रीगा में बनाया गया है.

Shyam Opticals, Muzaffarpur

Input : News18

Previous articleकांटी में अवैध संबंध को लेकर युवक की हत्या
Next articleBREAKING : दुष्कर्म मामले में आसाराम सहित सभी आरोपी दोषी करार, सजा पर बहस जारी

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here