नगर निगम के विज्ञापन शुल्क में भारी वृद्धि होगी। शौचालय टंकी की सफाई हो या फिर पानी टैंकर की आपूर्ति शुल्क दोनों में दोगुना वृद्धि होगी। वहीं, वाहन सर्विसिंग सेंटर भी निगम कर के दायरे में होंगे। वृद्धि को सशक्त स्थायी समिति ने मंजूरी दे दी है और अब इसे बोर्ड की बैठक में रखा जाएगा। बोर्ड की हरी झंडी मिलते ही नया दर लागू कर दिया जाएगा। महापौर ने 28 अप्रैल को निगम बोर्ड की बैठक बुलाई है। इसमें विचार के लिए आधा दर्जन प्रस्ताव रखा है। शहर के विकास एवं एलईडी लाइट को लगाने पर भी चर्चा होगी। निगम कीआय में वृद्धि हेतु विभिन्न मदों में शुल्क वृद्धि को हरी झंडी प्रदान की जाएगी।
बोर्ड की मंजूरी के बाद इन मदों में होगी शुल्क की वृद्धि : शौचालय टंकी सफाई शुल्क आवासीय उपयोग के लिए 500 से बढ़ाकर 1000 रुपये, व्यवसायिक उपयोग के लिए 1000 रुपये से बढ़ाकर 1500 रुपये किया जाएगा। पानी टैंकर की आपूर्ति प्रति टैंकर 300 रुपये से बढ़ाकर 500 करने, कमर्शियल उपयोग हेतु शुल्क 300 रुपये से बढ़ाकर एक हजार रुपये किए जाएंगे। ’कर के दायरे में लाते हुए वाहन सर्विसिंग सेंटर से वार्षिक 1200 रुपये की वसूली होगी।
विज्ञापन शुल्क में वृद्धि होगी। सरकारी भवन, जमीन पर होडिंग का विज्ञापन शुल्क 25 रुपये से बढ़ाकर 100 रुपये प्रतिवर्ग किया जाएगा। ’ निजी भवन पर लगे होर्डिंग का विज्ञापन शुल्क 6 रुपये प्रति फीट से बढ़ाकर 30 रुपये प्रति वर्ग फीट होगा। – तोरण द्वार का विज्ञापन शुल्क 2500 से बढ़ाकर 5000 रुपये, सिनेमा हॉल का प्रचार- प्रसार 5000 से बढ़ाकर 20,000 रुपये होंगे। यूनिपोल एवं गेंट्री का विज्ञापन शुल्क 30 हजार से बढ़ाकर 75 हजार रुपये वार्षिक तथा विद्युत पोल पर विज्ञापन शुल्क 25 रुपये वर्गफीट से बढ़ाकर 100 रुपये प्रतिवर्ग फीट किया जाएगा।
शौचालय टंकी की सफाई शुल्क में होगी बढ़ोतरी, वाहन सर्विसिंग सेंटर पर टैक्स
महापौर ने 28 को बुलाई बोर्ड की बैठक विचार को रखे जाएंगे प्रस्ताव
ऑटो टिपर के उपयोग को प्रधान सचिव से मांगी सहमति
निगरानी जांच में फंसे पचास आटो टिपर कबाड़ बन रहे हंै। सफाई कार्य की आवश्यकता को देखते हुए महापौर सुरेश कुमार ने प्रधान सचिव को पत्र लिखकर उसके उपयोग की सहमति मांगी है। उन्होंने कहा है कि बगैर उपयोग आटो टिपर खराब हो रहे है। निगरानी जांच के कारण निगम प्रशासन आटो टिपर के उपयोग से डर रहा है। डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए उसकी खरीद की गई थी। उपयोग नहीं होने से सफाई अभियान प्रभावित हो रहा है। नगर आयुक्त ने भी निगरानी तकनीकी सेल से मार्गदर्शन मांगा है।
निगम की राजस्व क्षति को लेकर मेयर गंभीर, कार्रवाई का दिया निर्देश
नगर निगम से अनापत्ति प्रमाण पत्र लिए बगैर ओरियंट क्लब मैदान में डिजनीलैंड लगाने पर महापौर सुरेश कुमार ने नाराजगी जताई है। उन्होंने नगर आयुक्त संजय दुबे को कार्रवाई का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है कि डिजनीलैण्ड ने निगम से अनुमति लेना एवं निर्धारित शुल्क जमा करना जरूरी नहीं समझा। इससे निगम राजस्व को क्षति हुई है।
महापौर के निर्देश पर भी सड़क से नहीं हटा
महापौर सुरेश कुमार के निर्देशों बाद भी मिठनपुरा रोड मॉल के कब्जे से मुक्त नहीं हो पाया। सड़क को घेरकर अवैध पार्किंग स्थल बना लिया गया है। इससे सड़क संकीर्ण हो गई है। आए दिन वहां जाम की समस्या बनी रहती है। स्थानीय लोगों की शिकायत पर महापौर ने एक माह पूर्व नगर आयुक्त को पत्र लिखकर सड़क को मॉल के कब्जे से मुक्त कराने का निर्देश दिया था। साथ ही मॉल संचालक पर कार्रवाई को कहा था। लेकिन उनके निर्देश की अनदेखी की गई। महापौर ने एक बार फिर नगर आयुक्त को पत्र लिखकर अपनी नाराजगी व्यक्त की है। महापौर ने अपने पत्र में कहा है कि मिठनपुरा मुख्य पथ को अतिक्रमित कर अवैध पार्किंग किया जा रहा है। इससे वहां जाम की समस्या बनी रहती है। लोगों की शिकायत के बाद उन्होंने कार्रवाई का निर्देश दिया था लेकिन उनके निर्देश को ताक पर रख दिया गया है। उन्होंने नगर आयुक्त को कार्रवाई का निर्देश दिया है।
Input : Dainik Jagran