सीवान के पूर्व सांसद बाहुबली नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन की पहली पुण्यतिथि पर बिहार मे सियासत तेज हो गई हैं। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने शहाबुद्दीन को विकास पुरुष बताकर उनकी प्रतिमा लगाने की सरकार से मांग की हैं। वहीं बीजेपी ने मांझी पर पलटवार करते हुये कहा हैं की, चंदा बाबू के बेटों को नहीं भूलना चाहिए , जिन्हें तेजाब से नहला दिया गया था।

पिछले साल हुआ था निधन

ज्ञात हो की, पिछले साल 1 मई को कोरोना के कारण मोहम्मद शहाबुद्दीन का निधन दिल्ली के एक हॉस्पिटल में हुआ था। उसके बाद उन्हे दिल्ली में ही उसको दफना दिया गया था। जिसपर उस समय राजनीति भी खूब हुई थी। वहीं अब एक साल के बाद मोहम्मद शहाबुद्दीन के पुण्यतिथि पर भी राजनीति शुरू हो गया हैं।

हर कोई शहाबुद्दीन नहीं हो सकता – मांझी

शहाबुद्दीन के पुण्यतिथि पर के बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने ट्वीट करके लिखा कि’ “सिवान के विकास की पहचान,अपनी बेबाकी की बजह से आज भी करोड़ों दिलों पर राज करने वाले पूर्व सांसद मरहूम डॉ मोहम्मद शाहबुद्दीन साहब के प्रथम पुण्यतिथि पर सादर नमन। हर कोई शहाबुद्दीन नहीं हो सकता। मैं राज्य सरकार से सिवान में पूर्व सांसद की प्रतिमा लगाने की मांग करता हूं।”

चंदा बाबू के बेटे को न भूले : भाजपा

मांझी के इस ट्वीट के बाद भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता संतोष पाठक ने कहा की, जीतन राम मांझी की क्या सोच हैं, यह वह जानें। लेकिन, भाजपा ने सीवान के अंदर शहाबुद्दीन के आतंक और शहाबुद्दीन के खिलाफ लड़ाई लड़ी हैं। बीजेपी यह कभी स्वीकार नहीं करेगी कि किसी बाहुबली नेता की आदमकद प्रतिमा सीवान के अंदर लगे। साथ हीं संतोष पाठक ने कहा कि शायद चंदा बाबू के केस को लोग भूल रहे हैं। जिनके दोनों बेटों को तेजाब से नहला दिया गया था।

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