शहरी क्षेत्र से सटीं ग्रामीण इलाकों की जमीन की दर बढ़ सकती है। राज्य सरकार की ओर से जिला निबंधन कार्यालय को शहर से सटी जमीन की दरों के मूल्यांकन का आदेश दिया है। विभाग के निर्देश पर दर मूल्यांकन के लिए आठ सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। शहरी सुविधा से लैस होने के बावजूद निबंधन विभाग को इन जमीन का ग्रामीण दर से राजस्व मिलता है। विभाग का तर्क है कि शहरी इलाकों से सटी ग्रामीण इलाकों की जमीन का मूल्य शहरी जमीन से अधिक हो गई। बावजूद निबंधन विभाग को राजस्व कम मिल रहा है। विभाग के मुताबिक इन इलाकों में जमीन मूल्यांकन कराना इसलिए भी अनिवार्य है कि क्योंकि शहरी क्षेत्र हो जाने के कारण अधिकांश जमीन का कॉमर्शियल इस्तेमाल हो रहा है जबकि निबंधन खेती करने योग्य जमीन के नाम पर कराया जा रहा है।
वर्ष 2016 में हुई थी जमीन के मूल्य में वृद्धि
राज्य सरकार ने वर्ष 2016 में जमीन के राजस्व शुल्क में बढ़ोत्तरी की थी। इससे जमीन के मूल्य में भी वृद्धि हो गई थी। तब से लेकर अब तक जमीन को कई स्तर में बांटा गया है। शहरी, ग्रामीण, प्रगतिशील, खेती योग्य आदि श्रेणियों में जमीन को बांटा गया है। इनके लिए राजस्व शुल्क अलग-अलग है।
कुछ प्रमुख इलाके जहां की जमीन का होगा मूल्यांकन
मुजफ्फरपुर शहर के नजदीक पड़ने वाले भगवानपुर, गोबरसही उर्फ गोवर्धनपुर, रामदयालुनगर, दामोदरपुर शाहजहां, डुमरी, पकड़ी इस्माइल, पताही, बारमतपुर, मधुबनी, कांटी नगर पंचायत शहरी, मथुरापुर, बैरिया, बीबीगंज ब्रह्मपुरा ग्रामीण, सदातपुर, कल्हुआ, कल्हुआ पैगम्बरपुर, पखनाहा, भिखनपुर, मिठनसराय, अहियापुर, जमालाबाद, दामोदरपुर, शाहपुर, मादापुर चौबे, रोहुआ वीर नारायण, रघुनाथपुर जगदीश, कन्हौली, भटौलिया, मुशहरी राधानगर आदि प्रमुख इलाके हैं जहां की जमीन की दर का नये सिरे से मूल्यांकन होगा। इस सूची में जिले के लगभग सौ इलाके शामिल हैं।
सौ से अधिक इलाकों का मूल्यांकन
निबंधन विभाग के अनुसार 100 से अधिक इलाकों की जमीन का मूल्यांकन किया जाएगा। इसके लिए निबंधन विभाग ने मूल्यांकन टीम के सदस्य को अलग-अगल इलाकों की जमीन के मूल्यांकन की जम्मिेवारी सौंपी है।

इन इलाकों की जमीन की भी कीमत बढ़ेगी
सिकंदरपुर ग्रामीण, चकगाजी, नाजीरपुर, पखनाहा, शिवराम, पुरैना,पानापुर खुर्द,चकमुरमुर,मीनापुर के वार्ड-25, 26, 27, 28, 29, 30, 31, 32, 33, 34, बखर चंदन, सहबाजपुरसलेम, मुराद दुल्लाह,रकवे अहियापुर, गणेशापुर, शेखपुर,चक मोहब्बत, बड़ा जगन्नाथ, राघोपुर, सरैया सहदुल्लाहपुर, सरैया वचक मुस्तफा, हरपुर बखरी हसन चक, बैजनाथपुर, टरवा, पुनास चतुरी, अब्दुल नगर, हरपुर, झापहां, करनपुर, बोचहां भगवानपुर, गिधा नइसाडा, गरहा, मिर्जापुर, हमीदपुर, पटियासा, कोठिया दाखीली, रोहुआ,राजाराम, भटौलिया, तरौरा गोपालपुर, पहलादपुर, नरसिंघपुर, विशुनपुर,सहदुल्लाहपुर, छींट भगवतीपुर, मुशहरी वार्ड नंबर 36, 37, 38, 41, 45, 47, 48, एवं 49, शाहनपुर, चौसीमा, मादापुर चौबे, दीघरापटटी, दीघरा रामपुर साह, धिरणछपरा, शेरपुर, नारायणपुर अनंत,रतवारा, सुस्ता, हसन चक, मुशहरी धर्मपुर, खबड़ा, मझौली खेतल, कुढ़नी के लदबरिया, चैनपुर, मोघोपुर सुस्ता ,चकभिखी, विशुनपुर गिद्रा, महथ मनियारी,हरिशंकर मनीयारी, सहबाजपुर मिठनपुर, भिखनपुर, रसूल सईद बाजिद, रसूलपुर सलेम, दामोदरपुर, समापुर, नन्दग्राम, छपरामेघ राय आदि।
शहरी क्षेत्र से सटी जमीन का मूल्यांकन करने का निर्देश विभाग की ओर से दिया गया है। मूल्यांकन के लिए टीम का गठन किया गया है। रिपोर्ट आने के बाद उसे विभाग के हवाले किया जाएगा। -संजय कुमार ग्वालिया, जिला अवर निबंधक
Input : Live Hindustan