बिहार में शराबबंदी को फेल करने में 15 राज्यों के माफिया सक्रिय हैं। झारखंड, उत्तर प्रदेश और हरियाणा निवासी धंधेबाज कुछ अधिक ही सक्रिय हैं। बिहार पुलिस इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई में जुटी है, लेकिन अफसोस यह है कि कुछ पुलिस वाले भी शराब माफिया से मिले हैं। पिछले दो साल में 361 पुलिस वालों के खिलाफ कानून के उल्लंघन करने और शराब माफिया के साथ सांठ-गांठ को लेकर कार्रवाई हुई है। राज्य पुलिस मुख्यालय ने रविवार को शराबबंदी कानून के लागू होने के बाद की गई कानूनी और पुलिसिया कार्रवाई के आंकड़े पेश किए।
पुलिस मुख्यालय में एडीजी (मुख्यालय) एसके सिंघल ने पत्रकारों को बताया कि 1 अप्रैल 2016 से 20 मार्च 2018 के बीच शराबबंदी कानून के तहत 92111 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें 610 ऐसे हैं, जो नेपाल, झारखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पश्चिम बंगाल, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली, असम, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, छतीसगढ़, कर्नाटक, ओडिशा, जम्मू एवं कश्मीर से जुड़े हैं। इनमें सर्वाधिक 185 लोग झारखंड के हैं। 156 लोग उत्तर प्रदेश और 112 लोग हरियाणा के हैं।
शराब के धंधेबाजों के खिलाफ और कड़ी कार्रवाई होगी
सिंघल ने कहा कि बिहार पुलिस ने इस कानून को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए कुछ और तैयारियां की हैं। शराब के धंधेबाजों के खिलाफ और सख्त कार्रवाई होगी। राज्य के बाहर के उन लोगों पर नजर है, जो शराब सप्लाई कर रहे। उनकी गिरफ्तारी हो रही। उनकी संपत्ति भी जब्त होगी।
15 राज्यों के लोग पकड़े गए
उन्होंने बताया कि बिहार में नेपाल के अलावा 15 राज्यों के शराब माफिया पकड़े गए हैं। राज्य में शराबबंदी के बाद गैरकानूनी तरीके से शराब की सप्लाई करनेवाले माफिया का नेटवर्क नेपाल से लेकर दूसरे राज्यों से जुड़ा है। 26 नेपाली नागरिक की गिरफ्तारी हुई है।
दूसरे राज्यों के लोग पकड़े गए
पश्चिम बंगाल के 59,
पंजाब के 29,
राजस्थान के 13,
दिल्ली के 13,
असम के 3,
मध्य प्रदेश के 3,
महाराष्ट्र के 3,
उत्तराखंड के 3,
छत्तीसगढ़ के 2,
कर्नाटक, ओडिशा तथा जम्मू कश्मीर के 1-1 शराब
62 हजार से अधिक केस दर्ज
– शराबबंदी कानून के तहत 1 अप्रैल 2016 से 20 मार्च 2018 तक 62123 एफआइआर दर्ज की जा चुकी है।
– कुल 23 लाख 70 हजार 179 लीटर देसी-विदेशी शराब जब्त
– 8 लाख 48 हजार 313 लीटर शराब नष्ट किया जा चुका है।
– 654 गाडिय़ां जब्त, 187 भवन और भूखंड भी सील
361 पुलिस वाले भी संलिप्त पाए गए
शराबबंदी कानून के पालन में लापरवाही बरतने या कानून तोडऩे के आरोप में बड़ी संख्या में पुलिस अफसरों और जवानों पर कार्रवाई हुई है। 169 पुलिस अफसर तथा 132 जवान ऐसे हैं, जिन्हें निलंबित कर विभागीय कार्रवाई शुरू की गई है। 8 पुलिस अफसर और 24 जवानों को अबतक सेवा से बर्खास्त कर दिया गया। 63 का तबादला भी हो चुका है।
Input : Dainik Jagran
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