जिले की गन्नीपुर मिश्रा टोला निवासी दीक्षा राठौर मिस पैसिफिक बिहार कांटेस्ट में धूम मचा रही हैं। इस कांटेस्ट की फाइनल दौड़ में वह पहुंच चुकी हैं। उन्होंने बताया की फाइनल राउंड में पहुंचने के बाद अब नजर उस ताज पर टिकी है। जिसे पाने में 40 कॉन्टेस्टेंट में दर्जनों को पीछे छोड़ आगे निकल गई। पिता नितेंद्र कुमार सिंह बीएसएफ में हैं। मां वीणा देवी गृहणी हैं। दीक्षा तीन बहनों में बीच में है। बड़ी बहन शहर के आरडीएस कॉलेज से बीकॉम कर रही है। छोटी बहन एमडीडीएम से बीबीए कर रही है। मां-पापा बेटी की इस सफलता से बेहद खुश हैं। कहते हैं बेटी ने पढ़ाई के साथ अपनी अलग पहचान बनाने की ठानी। हम सब इसके साथ है। परिवारवाले इसके सिर पर मिस पैसिफिक बिहार का ताज देखने को आतुर हैं।
फैशन कोरियोग्राफर अतुल शर्मा को बताया आदर्श : मिस पैसिफिक बिहार की फाइनलिस्ट दीक्षा राठौर एलएस कॉलेज की छात्रा हैं। बिहार यूनिवर्सिटी के अंतर्गत आने वाले इस कॉलेज से सत्र 2015-2018 में बीबीए की पढ़ाई पूरी कर रही हैं। इसकी प्रारंभिक शिक्षा शहर के प्रिस्टाइन चिल्ड्रेन स्कूल से 2013 में पूरी की। बताया 40 कॉन्टेस्टेंट को पीछे छोड़ना बेहद मुश्किल भरा सफर था। कोरियोग्राफर अतुल शर्मा ने आगे कदम बढ़ाने में काफी प्रोत्साहित किया। वो मेरे आदर्श हैं। माता-पिता और बहनों ने हौसला बढ़ाया।
38 जिलों के प्रतिभागियों के बीच कांटे का टक्कर : दीक्षा ने बताया कि इसमें बिहार के 38 जिलों के 40 प्रतिभागियों ने भाग लिया। प्रत्येक राउंड के कांटे की टक्कर के बाद 16 फाइनलिस्ट का चयन किया गया है। इसके लिए 26 जनवरी व 5 फरवरी को ऑडिशन हुआ। इसका फाइनल अगले माह होगा। इसमें जज के तौर पर बालिका बधु की गहना शामिल होंगी। बताया कार्यक्रम के ऑर्गेनाइजर अतुल शर्मा मिस्टर अल्टीमेंट ऑफ बिहार 2016 रह चुके हैं।
Input : Dainik Jagran