बिहार के मोतिहारी जिले में एक ग्रेजुएशन का छात्र बतख पालन करके सालाना 11 लाख रुपए कमा रहा हैं। यानी महीने के लगभग 92 हजार रुपए। बहुत हीं कम उम्र मे अपने बिजनेस आइडिया से लाखो कमाने वाले राहुल मिश्रा मोतीहारी जिले के पताही प्रखंड के मिश्रटोला के निवासी हैं । राहुल के पिता गौरीशंकर मिश्र किसान हैं और खेती से हीं अपना परिवार चलाते थे। और उनके बेटे राहुल ने जब उनको किसानी छोड़ के बतख पालन का आइडिया बताया तो पहले वो नाराज हो गए, लेकिन बाद में वो मान गए। जिसके बाद छोटी सी शुरुआत से आज लाखो का मुनाफा कमा रहे है।

100 बतख से किया था शुरुआत
राहुल मिश्रा ने बताया की शुरू मे 100 बतख से इसकी शुरुआत की थी। और महज 1 वर्ष के अंदर उसकी कमाई लाहो मे पहुंच गई। राहुल ने बताया कि- मोतिहारी में वे एग्रीकल्चर विभाग से बीएससी की पढ़ाई कर रहे थे। और इसी दौरान उसके एक दोस्त ने पढ़ाई के साथ बतख पालने का तरीका बताया।जिसके बाद वे इस बात की चर्चा घर आकर अपने पिता गौरीशंकर मिश्र से की। तथा उसके फायदे के बारे में भी बताया। जिसके बाद राहुल के पिता थोड़ा नाराज हो गए थे लेकिन बाद मे वे तैयार हो गए। इस बिजनेस के लिए छह कट्ठे के प्लॉट में एक पोखर खुदवाया गया, जिससे बतख के साथ मछली का भी पालन भी शुरू हो गया।
यूट्यूब के जरिये ली जानकारी
राहुल मिश्र ने बताया, शुरू के दिनों में चूजा कहाँ से लाये इसकी जानकारी नहीं थी। इसलिए वो 100 बतख के चूजे फेरी वाले से ले लिए। जो कि महंगा पद रहा था, फिर यूट्यूब के जरिये राहुल ने पता लगाया की इसकी हेचरी कहां-कहां है। और उसके बाद वे हेचरी से 200 चूजे लाए जिससे अच्छा फायदा हुआ फिर वो 550 चूजे लाए। राहुल ने बताया अब दिनभर में करीब 350 बतख अंडे दे रही हैं। और वो रोज का करीब 3500 रुपये कमा लेते हैं ।
प्रतिदिन का खर्चा मात्र 400
राहुल मिश्र ने बताया कि उन्हें बतख पालन में रोज का 400 रुपए का खर्च आता हैं। इसका कारण यह हैं की उनके फॉर्म के पास मे हीं नदी हैं। इसलिए सारे बतख दिन भर वहाँ चर लेती है। जिससे बतखों को कैल्शियम, हाई प्रोटीन प्राप्त हो जाता हैं । उन्होंने बताया कि किसी के पास संसाधन उपलब्ध नहीं हो तो प्रतिदिन 1000 रुपए तक का खर्च आएगा। बाजार में बतख के अंडे की कीमत 15 रुपए प्रति पीस हैं जबकि होलसेल में 9 से 10 रुपए में एक बिकता हैं । बतख के अंडे का साइज बड़ा होने के कारण मार्केट में डिमांड दिनों-दिन बढ़ता हीं जा रहा हैं हैं।