शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक अवैध रूप से दर्जनों चोरी-छिपे अल्ट्रासाउंड सेंटर चल रहे हैं। तीन से पांच हजार रुपये में लिंग निर्धारण हो जा रहे हैं।
कहने को 110 निबंधित अल्ट्रासाउंड सेंटर हैं। पहले 182 अल्ट्रासाउंड सेंटर लगाए गए थे, जांच में 72 अवैध करार दिए गए। लेकिन, इन लोगों ने अल्ट्रासाउंड सेंटर हटाए कि नहीं, इसकी जानकारी विभाग के पास नहीं है। कुछ चिकित्सक अल्ट्रासाउंड सेंटर पर होनेवाली छापेमारी को महज खानापूर्ति व दिखावा बता रहे हैं।
पिछले साल दिल्ली से आई टीम ने जूरन छपरा में एक अल्ट्रासाउंड सेंटर को सील किया, जांच में कई अमानक पाए गए। सिविल सर्जन के नेतृत्व में मड़वन और सकरा में दो जगहों पर छापेमारी की गई और दोनों अल्ट्रासाउंड सेंटर के अवैध रूप से चलाए जाने की पुष्टि हुई। मड़वन में चार अप्रैल को पकड़े जाने के बाद सात अप्रैल को डिस्ट्रिक्ट एडवाइजरी कमेटी की बैठक सीएस डॉ. ललिता सिंह की अध्यक्षता में हुई थी।

उसके बाद मड़वन में अवैध तरीके से चल रहे अल्ट्रासाउंड सेंटर का उद्भेदन होने पर अल्ट्रासाउंड सेंटर को सील कर केस दर्ज करने का निर्देश दिया गया।
Source : Dainik Jagran