जिले के कांटी थाना क्षेत्र में अररा गांव में पोखर में डूबकर दो सगी बहनों की मौत हो गई। वहीं, मूर्ति विसर्जन के दौरान मुशहरी कोठिया गांव की बूढ़ी गंडक नदी घाट पर तीन बच्चे डूब गए। इसमें एक बच्चे की मौत हो गई, जबकि दो सकुशल निकाल लिए गए। मौत की खबर मिलते ही परिजन में कोहराम मच गया।
काटी थाने के पानापुर करियात ओपी क्षेत्र के अररा गाव में मंगलवार दोपहर पोखर में दो सगी बहन डूब गईं। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। गोदाई फुलकाहा पंचायत के नारायणपुर गाव निवासी शिव सहनी की दो बेटियां अनीता व चादनी अन्य बच्चों के साथ पोखर में नहाने गई थीं। दोनों गहरे पानी में डूब गईं। जानकारी मिलने पर परिजन व ग्रामीण मौके पर पहुंचे और दोनों के शव पोखर से निकाले। मुखिया विश्वजीत कुमार, राजद नेता हैदर आजाद, पूर्व मुखिया सुदर्शन मिश्रा, जदयू के प्रखंड अध्यक्ष सौरभ कुमार साहेब आदि ने शोकाकुल परिजन को ढाढस बंधाया। साथ ही सीओ से मुआवजा देने की माग की। प्रभारी ओपी अध्यक्ष रामरूप सिंह ने बताया कि परिजन के बयान पर यूडी केस दर्ज किया गया है।
इधर, मुशहरी के कोठिया गांव के बूढ़ी गंडक नदी घाट पर मूर्ति विसर्जन के दौरान तीन बच्चे डूब गए। इसमें दो को बचा लिया गया, जबकि एक की मौत हो गई। मृत बच्चा मुशहरी थाना क्षेत्र के राम कुमार राय का बेटा राधेश्याम (14) था। वहीं अजीत कुमार (14) व छोटू कुमार (15) को बचा लिया गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
बताते हैं नवरात्र पर मुशहरी गांव में दुर्गा की प्रतिमा बनी थी। नौ दिन तक पूजा-पाठ के बाद मंगलवार की सुबह मूर्ति विसर्जन को सभी गंडक नदी गए। ग्रामीणों के साथ कई बच्चे भी इसमें शामिल हुए। बूढ़ी गंडक में प्रतिमा विसर्जन कर कई लोग नदी में स्नान करने लगे। इसी बीच तीन बच्चे राधेश्याम, छोटू व अजीत गहरे पानी में चले गए। उन्हें डूबता देख ग्रामीणों ने निकाला, लेकिन जब तक एक की मौत हो गई।
Input : Dainik Jagran