सोमवार को भारत बंद के दौरान घायल जिस मासूम की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी, वह मुजफ्फरपुर की ही निकली। दैनिक जागरण की पड़ताल में इसकी पुष्टि हुई। माड़ीपुर ओवरब्रिज पर बंद समर्थकों की लाठी बच्ची के सिर में लग गई। वह वहीं गिर गई। मासूम के सिर से बहते खून ने मां को विचलित कर दिया। ऑटो चालक ने भी साथ दिया। माड़ीपुर में एक चिकित्सक के यहां बच्ची को लेकर पहुंचे। यहां करीब चार हजार रुपये का खर्च बताया गया।
गहरे चोट के कारण सिर से लगातार खून बह रहा था। मगर, पैसे नहीं होने से अस्पताल से लौटना पड़ा। जिले के सिटी एसपी उपेंद्रनाथ वर्मा ने कहा कि तस्वीर वायरल होने के बाद मामले की छानबीन कराई गई थी। मगर, जानकारी नहीं मिल सकी। इस मामले में पीडि़ता सामने आकर शिकायत करती है तो कार्रवाई होगी।
नहीं था सरकारी इंतजाम, निजी मेडिकल स्टोर में हुआ इलाज
पास ही एक निजी मेडिकल स्टोर पर कर्मचारी चंदन ने बच्ची का प्राथमिक उपचार किया। इससे उसके सिर से खून का बहना बंद हो गया। महिला ने अपना घर पारू बताया। मगर, उसका सही पता नहीं चल पाया है। चंदन ने बताया कि बच्ची का सिर फट गया था। उसमें टांके की जरूरत थी। शुरुआती इलाज के बाद उसे किसी अस्पताल में जाने का सुझाव दिया। उसके पास पैसे नहीं थे। इसलिए लगता है वह किसी निजी की जगह सरकारी अस्पताल चली गई।

सीसी कैमरे में दिखी मां बेटी की तस्वीर
माड़ीपुर में लगे सरकारी सीसी कैमरे के वीडियो फुटेज में बच्ची और मां की तस्वीर कैद हुई है। इसमें दिख रहा है कि मां-बच्ची को लेकर एक ऑटो रिक्शा माड़ीपुर के एक निजी सर्जन की गली में करीब एक बजे प्रवेश करता है। मगर, कुछ ही मिनट बाद वह बाहर निकल जाता है।
यहीं मेडिकल स्टोर में प्राथमिक उपचार के बाद मासूम को लेकर मां फिर ऑटो में सवार हो जाती है। ऑटो के कुछ दूर आगे बढऩे पर इसमें दो पुलिस कर्मी भी सवार होते हैं। थोड़ी देर में ऑटो कैमरे से ओझल हो जाता है। मगर, यह सवाल छोड़ जाता है कि बंद के दौरान प्रशासन की क्या व्यवस्था थी। न एंबुलेंस और न चलंत चिकित्सक?
Input : Dainik Jagran