मोतीपुर में दुष्कर्म व बवाल की घटना से ग्रामीणों का सुख-चैन छीन गया है। गांव की शांति भंग होने से बूढ़े-बुजुर्ग निराश हैं। वर्षों का मेलमिलाप व भाईचारा एक पल में खत्म हो गया। कल तक एक-दूसरे का सुख-दुख बांटने वाले अब बात तक करना पसंद नहीं कर रहे हैं। सभी दहशत में हैं। ग्रामीण ने बताते हैं कि कल तक साथ हंसते-बतियाते थे और आज एक-दूसरे को हीन भावना से देखने लगे हैं।
घटना से फैली अशांति से डरे-सहमे दोनों पक्षों के कुछ लोग फिलहाल घर छोड़कर जा चुके हैं। उनलोगों ने नाते-रिश्तेदार व आसपास के गावों में शरण ले रखी है। उन्हें भय है कि कहीं उनके साथ कोई अनहोनी न हो जाए या पुलिस गिरफ्तार न कर ले। हालांकि गांव के सभी तबके के बुद्धिजीवी पीड़िता को न्याय दिलाने के पक्ष में हैं। बुद्धिजीवियों ने अफवाहों से बचने व समाज में शांति-सद्भाव का माहौल बनाने की अपील की है।
Input : Live Hindustan