नैक में ए ग्रेड लाने वाले कॉलेज ऑटोनोमस (स्वायत्त) हो जायेंगे। यूजीसी ने इसका पत्र जारी कर दिया है। यूजीसी के निर्देश के बाद बिहार के छह कॉलेज ऑटोनोमस होने की कतार में आ गये हैं। राज्य उच्च शिक्षा निदेशालय के सलाहकार प्रो. एनके अग्रवाल ने बताया कि नैक में जिन कॉलेजों को ए ग्रेड मिलेगा, उन्हें ऑटोनोमस कर दिया जायेगा।

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बताया कि बिहार में अभी छह कॉलेजों को ए ग्रेड है। इनमें पटना वीमेंस कॉलेज, एएन कॉलेज, कॉलेज ऑफ कॉमर्स, संत जेवियर्स कॉलेज ऑफ एजुकेशन, सीएम साइंस कॉलेज दरभंगा और मिल्लत टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज मधुबनी शामिल हैं। बिहार विश्वविद्यालय का एलएस कॉलेज भी इस दौड़ में शामिल हो गया है। हालांकि एलएस कॉलेज को इस बार भी ए ग्रेड लाना होगा। उसके बाद कॉलेज आटोनोमस हो जायेगा। प्रो. अग्रवाल ने बताया कि यूजीसी ने कहा है कि नैक में ए ग्रेड लाने के साथ कॉलेजों को 3.26 से अधिक प्वाइंट भी होने चाहिए। बिहार में अभी सीएम साइंस कॉलेज और एएन कॉलेज को 3.26 से अधिक प्वाइंट है।

ऑटोनोमस होने के बाद बना सकेंगे अपना सिलेबस

यूजीसी ने कहा है कि ऑटोनोमस होने के बाद कॉलेजों को विश्वविद्यालय पर निर्भर नहीं रहना होगा। वह अपनी व्यवस्था खुद कर सकेंगे। कॉलेज अपना सिलेबस खुद बनायेंगे और उसे लागू करेंगे। यूजीसी ने कॉलेजों और विवि का नया रेगुलेशन 2022 तैयार कर उसे पास कर दिया है। यूजीसी ने कहा कहा है कि कॉलेजों को ऑटोनोमस होने लिए विवि नहीं, बल्कि यूजीसी से इजाजत लेनी होगी। अभी कॉलेजों को किसी भी नये कोर्स को शुरू करने के लिए विवि से इजाजत लेनी पड़ती है।

पूरे बिहार में कॉलेजों को कराना है नैक मूल्यांकन

प्रो. अग्रवाल ने बताया कि हमलोग पूरे बिहार के कॉलेजों में नैक की तैयारी कर रहे हैं। बीआरए बिहार विवि में भी नैक की तैयारी चल रही है। इस वर्ष हर हालत में नैक कराना है। जो कॉलेज नैक मूल्यांकन नहीं करायेंगे, उन्हें कई सुविधायें और ग्रांट रुक जायेंगे। राजभवन ने भी सभी कॉलेजों को नैक कराने का निर्देश दिया है। अंगीभूत कॉलेजों के साथ प्रावइेट कॉलेजों का भी नैक मूल्यांकन किया जायेगा।

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विवि के परीक्षण के बाद यूजीसी आवेदन करेगा स्वीकार

यूजीसी के रेगुलेशन 2022 में बताया गया है कि नैक में ए ग्रेड लाने वाले कॉलेजों के आवेदन का पहले विश्वविद्यालय निरीक्षण करेगा। कॉलेज के आवेदन के साथ विवि का सटिस्फेक्शन सर्टिफिकेट भी लगा होना चाहिए। इसके बाद यूजीसी कॉलेज को आटोनोमस का दर्जा देने पर विचार करेगा। ए ग्रेड लाने के बाद भी उसकी कॉलेज को ऑटोनोमस होने का दर्जा दिया जायेगा, जिसकी स्थापना के दस वर्ष हो चुके हों। ऑटोनोमस होने के बाद भी सरकार का फंड कॉलेज को मिलता रहेगा।

Source : Hindustan

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