पांच वर्ष से अधिक नवरुणा हत्याकांड में रविवार को सीबीआइ की कार्रवाई अब तक सबसे बड़ी मानी जा रही। जिन छह लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है उनमें पांच बड़े नाम हैं। साथ ही इनके साथ और बड़े नाम जुड़े हैं। अगर सीबीआइ के पास पुख्ता सुबूत है तो निश्चित रूप से इसके घेरे में ये बड़े नाम आ गए होंगे। इसे देखते हुए इस जांच एजेंसी की अब हर आहट पर शहर के बड़े-बड़ों की नींद उड़ा देगी। बताया जा रहा कि कई रसूखदार इसकी जुगत में हैं कि सीबीआइ की नजर से बच जाएं।
रविवार की सुबह जिला परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष शाह आलम शब्बू, प्रोपर्टी डीलर ब्रजेश सिंह, बड़े अस्पताल के मालिक व व्यवसायी विक्कू शुक्ला, होटल शिवराम के अभय गुप्ता, मार्बल व्यवसायी विमल अग्रवाल की गिरफ्तारी की सूचना से शहर में सनसनी फैल गई। इसके साथ ही कई तरह की चर्चाएं भी शुरू हो गई हैं। अब एक-एक दिन कई लोगों पर भारी पड़ने वाली है।
करीब आठ घंटे चले कार्रवाई
सीबीआइ की टीम सुबह आठ बजे पटना से आरोपितों को लेकर कैंप कार्यालय पहुंची। दस बजे यहां पहुंचने के बाद एक टीम ने अदालत परिसर का जायजा लिया। रविवार होने के कारण यह था कि किसी न्यायिक अधिकार के आवास पर ही सभी की पेशी होगी। वहीं सुरक्षा को लेकर भी टीम आश्वस्त होना चाह रही थी। चार घंटे के इंतजार के बाद टीम अलग-अलग गाड़ियों में सभी छह आरोपितों को लेकर पहुंची।
सबसे अंत में शाह आलम शब्बू को लाया गया
सीबीआइ कोर्ट में पेशी के लिए वाहनों का काफिला दोपहर करीब दो बजे व्यवहार न्यायालय पहुंचा। सबसे पहले अभय गुप्ता व ब्रजेश सिंह को लेकर टीम अंदर गई। शाह आलम शब्बू को सबसे अंत में कागजी प्रक्रिया के लिए लाया गया।
Input : Dainik Jagran