बिजली गुल होने से करीब 80 हजार की आबादी प्रभावित हुई। ब्रहम्पुरा, बैरिया, दामोदरपुर, कोल्लुआ इलाके में सुबह से बिजली की आवाजाही लगी रही। बैरिया निवासी मुकेश कुमार ने बताया कि शुक्रवार की दोपहर एक बजे के बाद जो बिजली गई तो शनिवार की रात दस बजे तक इसका दीदार नहीं हुआ। इसके कारण इस इलाके में पेयजल का संकट भी रहा। शहर के सभी हिस्सों में बिजली आती-जाती रही। बिजली की आवाजाही के कारण उसके विकल्प माने जाने वाले इनवर्टर भी जवाब दे रहे हैं। फ्रीज, कुलर, एसी सब बेकार साबित हो गए। हाथ के बने पंपानी के मोटर नहीं चलने के कारण चापाकल ही सहारा बने रहे। बिजली ज्यादा देर तक कटी रहने से हाथ के पंखे ही गर्मी का सहारा बने रहे।
इन फीडरों में रहा संकट : एसकेएमसीएच, भिखनपुरा, मड़वन, कुढ़नी, खबड़ा, एमआईटी, नया टोला, भगवानपुर, माड़ीपुर, कांटी, बेला व चंदबारा फीडर से जुड़े इलाके में बिजली आपूर्ति बाधित रही। इसके कारण खासकर, बेला, मिठनपुरा, जगदीशपुरी कॉलोनी, पीएंडटी कॉलोनी, आदर्श लोक कॉलोनी रामबाग चौरी, मिस्काट, मझौलिया रोड, भगवानपुर, बीबीगंज, जूरन छपरा, ब्रम्हपुरा, जीरो माइल, बालूघाट, अखाड़ाघाट, सातपुरा, कच्ची पक्की, खादी भंडार सहित कई मोहल्ले के लोग तबाह रहे।
Input : Dainik Jagran