शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र में लगातार हो रही दुर्घटना के बावजूद प्रशासन, यात्री व बस संचालक नहीं संभल रहा है। बस पड़ाव से लगातार ओवरलोड गाड़ियां निकल रही है। यहां तक की बस के अंदर से लेकर ऊपर तक खचाखच गाड़ियां भरी रहती है। इससे हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति होती है। शहर से ग्रामीण क्षेत्रों में जाने वाली गाड़ियों का तो सबसे बुरा हाल होता है। 30-35 की जगह पर 70 से 80 यात्री ऊपर से नीचे तक सवार रहते हैं।
Input : Hindustan
