वार्डों में एलईडी लाइट लगाने के लिए ज्यादातर पार्षदों ने एक माह बाद भी नगर निगम में सूची नहीं सौंपी है। अब तक मात्र एक दर्जन पार्षदों ने ही रिपोर्ट दी है। इस कारण शहर में एलईडी लाइट लगने का कार्य शुरू होने में देरी हो रही है।

बीते माह नगर आयुक्त संजय दूबे ने सभी पार्षदों को इसको लेकर एक पत्र लिखा था व वार्ड में एलईडी लाइट की जरूरत को लेकर संख्या की मांग की थी। इस मामले में वार्ड 7, 10, 13, 17, 25, 26, 28, 36, 39, 45, 47 एवं 48 से ही नगर निगम को रिपोर्ट मिली है। शहर में एलईडी लाइट लगवाने के लिए ईईसीएल कंपनी के साथ अनुबंध हुआ है। इस माह से लाइट लगाने का कार्य शुरू होने की संभावना है। लाइट की एक खेप मार्च में ही पहुंच गई है। उधर, शहर में लाइट लगाने का काम जल्द से जल्द शुरू हो इसको लेकर नगर विकास व आवास मंत्री सुरेश कुमार शर्मा ने ईईएसएल कंपनी के अधिकारियों के साथ गुरुवार को बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कंपनी को 15 अप्रैल से शहर में एलईडी स्ट्रीट लाइट लगाने का निर्देश दिया।
वहीं, शहर में भारत सरकार के सार्वजनिक उपक्रम की ओर लाइट लगवाने को लेकर मेयर सुरेश कुमार की नाराजगी बनी हुई है। इस कारण भी लाइट लगाने के मामले में पेच फंसा हुआ है। सूत्रों के अनुसार, अभी तक रिपोर्ट नहीं देने वाले पार्षदों की मंशा को भी इस विवाद से जोड़कर देखा जा रहा है। वहीं, मेयर का कहना है कि न ही कंपनी के प्रतिनिधि न ही विभाग ने इस बारे में उन्हें कोई जानकारी दी है। यह सही नहीं है। वैसे, उन्होंने लाइट लगाए जाने पर कोई आपत्ति नहीं है।
Input : Hindustan